गुलाबी मीनाकारी: गुलाबी मीनाकारी वाले इस खास लक्ष्मी गणेश की विदाई तक, ऐसे चमचमाते कलाकारों की किस्मत
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के बनारस का 400 साल पुराना गुलाबी मीनाकारी का रंग चित्रकारी भी खूब चमक रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अपील के बाद इन कलाकारों का उद्घाटन हुआ। गुलाबी मीनाकारी के बने लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा इस बार पेश की गई है। देश ही नहीं बल्कि कलाकार से भी कलाकार के पास क्रम आ गया है। 500 से ज्यादा पीस की डिलीवरी भी हो गई है. सुपरमार्केट, बैंगलोर और दिल्ली सहित फ्रांस और अन्य देशों के अलावा अन्य बड़े शहरों में रहने वाले एनआरआई ने अपना ऑर्डर काशी की शैली को दिया था।
गुलाबी मीनाकारी से जुड़े कलाकार रोहन मिर्ज़ा ने बताया कि इस बार उन्होंने चार अलग-अलग आकृतियों में लक्ष्मी गणेश की 500 पीस की प्रतिमा तैयार की थी जो सभी से पहले ही बिक गई थी। इसके अलावा इस बार भगवान गणेश की अलग-अलग डिजाइनर प्रतिमाएं भी पेश की जाती हैं। उन्होंने बताया कि भगवान गणेश के 2 आकर्षक डिजाइन को उन्होंने इस खूबसूरत कलाकारी के जरिए तैयार किया है, जिसमें उनका अलग-अलग स्वरूप देखने को मिल रहा है।
ऐसे होती है तैयारी
इसकी कीमत 1,200 रुपये से लेकर 80,000 रुपये तक बताई गई है। उन्होंने लक्ष्मी गणेश और अन्य प्रतिमाएं तैयार की थीं। स्टेट अवार्डी कलाकार वैभव वैभव ने बताया कि गुलाबी मीनाकारी वाली इन मूर्तियों को तैयार करने में काफी समय लगता है। छोटे-छोटे नमूनों की प्रतिमा को अलग-अलग स्टेज में तैयार करने के लिए 24 से 36 मिनट का समय लग जाता है।
जीआई टैग के बाद अनमोल वचन
बता दें कि गुलाबी मीनाकारी के इन उत्पादों को पहले चांदी से आकार दिया जाता है। उसके बाद इसमें गुलाबी मीनाकारी का खूबसूरत रंग चढ़ा हुआ है। जीआई टैग मीटिंग के बाद वाराणसी की इस 400 साल पुरानी कला को पूरी दुनिया में नई पहचान मिली।
प्रधानमंत्री ने खुद की है ब्रांडिंग
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी ब्रांडिंग की है और अब इसे तैयार करने वाले कलाकारों के पास इसके अनमोल रत्न की भरमार है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो गुरु और उनकी पत्नी को भी पिंक मीनाकारी से बने ब्रोच और काफलिंग को समर्पित किया था।
पहले प्रकाशित : 26 अक्टूबर, 2024, 19:05 IST