पालना-घर-में-मुंगेर-पुलिस-लाइन-में-एक-नया-बच्चों-देखभाल-केंद्र-माता-पिता-नौकरी के दौरान-तनाव-मुक्त – News18 हिंदी
हाँ. अब बच्चों को कभी मां की कमी नहीं सताएगी. माँ भी बच्चे की चिंता बिना अपनी नौकरी कर छूट। बच्चों को घर पर ही संवारा जा रहा है. बच्चों को मां की कमी का बिल्कुल भी एहसास ना हो इसकी पूरी प्रक्रिया रखी जा रही है। जिले का पहला आचरण गृह की नई पुलिस लाइन बनाई गई है। यहां पुलिस विभाग में रेलवे महिला कर्मी अपने बच्चों को रख सकती है।
मुफ़्त है पालना घर
अब तक जिले में घर नहीं रखने के कारण जिले की महिला पुलिसकर्मियों को परेशानी होती थी, लेकिन अब उन्हें बच्चों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। यहां पर मां अपने बच्चों को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक घर में रख सकती है। जहां बच्चों को कई तरह से घर का डर दिया जाता है।
बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं
अपने बच्चों को घर पर रखना पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां बच्चे को छोड़ने के बाद किसी तरह की चिंता नहीं होती। यहां देखने पर ऐसा लगता है जैसे बच्चा अपने ही घर में है। जब उसने घर नहीं बनाया तब उसे परेशानी हो रही थी लेकिन अब बच्चे यहां आराम करने के लिए दोनों नौकरी करने चले जाते हैं। बच्चों को भूख लगने पर जो खाना घर से निकालकर देते हैं, उसे यहां मौजूद केयर टेकर बच्चों को खिलाते हैं। केयर टेकर बच्चों की अच्छी देखभाल करता है।
5 साल तक बच्चों के लिए माफ़ी
पालना घर में केयर टेकर के रूप में कर्मचारी शर्मीला कुमारी बताती हैं कि शिक्षक में देखभाल के लिए कई लोगों को उनके बच्चों को लेकर आरामदायक सुविधाएं मिली हैं। यहां 6 महीने से लेकर 5 साल तक के बच्चों को फ्री में रखा जाता है। घर में बच्चों की बहुत अच्छे से देखभाल की जा रही है। बच्चों के लिए पेरेंट खाना पंहुचा देते हैं और केयरटेकर समय पर खाना खिलाते हैं।
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पहले प्रकाशित : 26 अक्टूबर, 2024, 20:04 IST