बिहार

जिले के 137 जनरल सेक्रेटरी स्ट्राइक पर छिपकली को हो रही परेशानी, दूर-दराज क्षेत्र में सबसे ज्यादा मुश्किल

पूर्णिया : एक सप्ताह पहले पूर्णिया जिले के 102 आध्यात्मिक गुरुओं के कुल 137 कर्मचारियों की हड़ताल पर जाने से इलाज के लिए आए मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। वकील से नहीं मिलने से किराए की गाड़ी से इलाज के लिए आए डॉक्टर की कीमत का खर्चा ज्यादा के साथ-साथ दोस्ती की तकलीफें भी बढ़ जाती हैं।

ऐसे में साधक को साधक का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जानकारी देते हुए पूर्णिया सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए चले गए 102 मरीज अस्पताल में प्रसव कराना महंगा पड़ गया। हालाँकि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि वह अपनी पार्टियली को पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आने वाले थे।

उन्हें 102 आध्यात्मिक गुरुओं के हड़ताल पर जाने से ईश्वर की सेवा नहीं मिली। कारण कि उन्होंने अपनी निजी गाड़ियाँ किराये पर लेकर अस्पताल तक पहुँचाईं, जहाँ-तहाँ निजी गाड़ियाँ आने-जाने में उन्हें अधिक समय लगा और खर्च भी बहुत हुआ, साथ ही साथ मरीजों की तकलीफें भी बहुत बढ़ गईं। परिवार सहित पूरी तरह से संकटग्रस्त हो गए। ऐसे में अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीज व आश्रम ने सरकार व जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि 102 आध्यात्मिक गुरुओं के हड़ताल पर बैठे साधु की सेवा नहीं मिल सकती है पर दुख व्यक्त कर सरकार को इसकी मांग भी सुननी की अपील कर रहे हैं।

137 एमिरेट्स हड़ताल पर चल रहे
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में डीप एक सप्ताह से बैठे जिले के 137 एम्बुलेंस ऑटोमोबाइल से लोकल 18 ने खास बातचीत की तो हड़ताल पर बैठे हुए ऑर्थोडॉक्स ने एक-एक कर अपने-अपने स्टाक की गिनती गिनवा दी जहाँ बैठे एम्बुलेंस पर हमला किया गया कुर्मी के सचिव क्षितिज मोहन ठाकुर एवं अध्यक्ष मुकेश कुमार, रूपेश कुमार सहित अन्य मंडली ने बताया कि वह पिछले एक सप्ताह से अस्पताल परिसर में अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। लेकिन सप्ताह भर के बाद भी अब तक अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन में किसी भी तरह की कोई स्वतंत्रता नहीं दी गई है।

गुरुदेव के चार सूत्री मांग, जल्द हो पूरा

ऐसे में हड़ताल पर बैठे पूर्णिया जिले के 137 एस्टर स्टाफ ने अपने चार सूत्र मांगे, जिसमें कहा गया है कि पिछले 4 महीने का वेतन वेतन का भुगतान हो, पीफ ई एडुकेटर का लाभ सभी कर्मचारियों को मिले, ए एस ए एडुकेटर स्टाफ का शामिल किया गया जाए ए सहयोगियों को उनके जिले में कंपनी भी दी जाए. मित्रता चार सूत्रीय मांग को लेकर जिले के सभी 102 मठाधीशों के कुल 137 कर्मचारी एक सप्ताह से हड़ताल पर बैठे हैं। हालाँकि हड़ताल पर बैठे और बैठे रहने से उनके परिवार की स्थिति में काफी स्थिरता हो गई है। साथ ही दिवाली की तरह त्योहार पर घर में उनका दिवाला बनाया जाता है। वहीं मौजूद लोगों ने कहा कि जब तक सरकार अपनी सीमाओं को पूरी तरह से खत्म नहीं करती या उन्हें कोई स्वतंत्रता नहीं देती, तब तक वह लोग इसी तरह की अनिश्चित काल की हड़ताल पर बैठे रहेंगे।

पहले प्रकाशित : 1 नवंबर, 2024, 18:46 IST

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