फ्रोजन और रेडी टू ईट फूड कर सकता है सेहत का सत्यानाश? जानें इससे जुड़े हर फैक्ट्स
खाने के लिए तैयार भोजन के दुष्प्रभाव: पहले के समय में लोग अपने घर के बगीचे या आसपास के खेतों से ताजे फल और सब्जियां उगाते थे, लेकिन मॉर्डन वर्ल्ड और तकनीकी विकास के कारण अब फ्रोजन और रेडी टू ईट फूड की लोकप्रियता बढ़ गई है. डिब्बाबंद और जमे हुए खाद्य पदार्थ कई अवसरों पर उपयोगी होते हैं. जब कोई सब्जियां नहीं बची हों तो सबसे आसान विकल्प फ्रीजर से जमे हुए खाद्य पदार्थों का उपयोग करना है. रेडी-मेड करी, फ्रोजन समोसा, पकाने के लिए तैयार रोटियां और कई अन्य खाद्य पदार्थ उन लोगों के काम आते हैं जिन्हें खाना बनाना मुश्किल लगता है.
फ्रोजन और रेडी-टू-ईट फूड खाने के नुकसान
आजकल इन पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर भरोसा करना काफी आम हो गया है जो ताजा नहीं हो सकते हैं, लेकिन फिर भी ताजा भोजन के समान स्वाद, बनावट और रंग रखते हैं. अगर आपने भी अपने रेफ्रिजरेटर को तैयार और जमे हुए खाद्य पदार्थों से भर दिया है, तो आपको उन्हें तुरंत फेंक देना चाहिए और दोबारा ऐसा न करने की कसम खानी चाहिए.
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, घर का बना खाना जल्दी खराब हो जाता है और कई दिनों तक रसोई में रखने पर उसमें से बदबू आने लगती है. इसके विपरीत, जमे हुए और खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थ लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं क्योंकि उनमें प्रिजर्वेटिव मिलाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं. तैयार खाद्य पदार्थ वैसे ही रहते हैं चाहे आप उन्हें कितने भी दिन या महीनों तक स्टोर करके रखें. ऐसा इसलिए है क्योंकि स्वाद और रंग को बनाए रखने के लिए पैकेज्ड और फ्रोजन खाद्य पदार्थों में एडिटिव्स मिलाए जाते हैं और इस तरह उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है, लेकिन ये अपच, दस्त, कैंसर और गुर्दे की बीमारी का कारण बन सकते हैं. ये सभी केमिकल हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. फूड कंपनियां अक्सर खराब गुणवत्ता वाले तेल और अतिरिक्त नमक का उपयोग करके फूड प्रोडक्ट तैयार करती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
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पहले प्रकाशित : 2 नवंबर, 2024, 3:41 अपराह्न IST