नई दिल्ली के शाहदरा इलाके में चाचा-भतीजे की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला कि मृतक आकाश शर्मा की हत्या के प्रयास में आधा दर्जन आपराधिक दर्ज थे। वह सामूहिक हत्याकांड में तीन साल तक जेल में भी रह चुकी है। एक मामला सट्टा कारोबार को भी लेकर आया है। बड़े भाई योगेश पर भी कारखाने और धमाके के मामले दर्ज हैं। पुलिस अनाधिकृत अनाथालय से गोदाम को लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, ईसाइयों का कहना है कि उन लोगों ने पैसे की मांग की है और पैसे वापस लौटाए गए हैं।
ऐसे में कैटरीना के संपर्क में आए
पुलिस अधिकारी का कहना है कि आकाश की आपराधिक छवि से कई लोग परेशान थे। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि किसी बदमाश ने आकाश की हत्या कर दी थी। नाओमी ने पूछताछ में बताया कि वह छात्रा से साक्षात्कार के जरिए संपर्क में आई थी। फिल्मी पर्दे पर फिल्म के बाद ही हत्या के सही सबूत का खुलासा हो गया।
भाई ने बताई पसंद की हत्या
इधर, घटना के बाद से आकाश के घर में मातम है। आकाश की माँ का बुरा हाल है। भाई और बेटे की मौत से योगी भी पूरी तरह से टूट गए हैं। वृतांत में बताया गया कि योगेश ने बताया कि उनके आदिवासियों ने अपने भाई और बेटों को भी मरवा दिया। मूलतः उनके ताऊ के बेटे का बेटा है। घटना के समय वह पहली मंजिल पर खाना खा रहे थे। योगेश ने दावा किया कि हमारे यहां ग्राहकों को उधार दिए गए पैसे दिए गए थे। पैसे वापस लेने पर उसका इरादा बदल गया और हत्या करवा दी गई। वास्तविक होने का लाभ निवेशकों ने यूनिवर्स को परिणाम दिया है।
ये था मामला
नई दिल्ली के शाहदरा के ई-कॉमर्स इलाके में बदमाशों के बीच रुपये के लेन-देन के विवाद में एक फाइनेंसर आकाश शर्मा (40) के घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटिंग में उनका 10 साल का बेटा कृष्ण भी घायल हो गया। आकाश के 16 साल के लुटेरे ऋषभ ने फिल्म का पीछा कर उसे पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान नवजात ने अपने गले में गोली मार दी। रिश्तो को पास के अस्पताल में ले जाया गया। जहां दार्शनिकों ने आकाश शर्मा और उनके शेयरधारक को मृत घोषित कर दिया। बेटे के हाथ में गोली लगी है। पुलिस ने आकाश के चश्मदीद बेटे यश के बयान पर हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मृतक के दूर के एक राक्षस को पकड़ लिया है, जिसने मशीनरी पर गोली चलाने का निर्देश दिया था। पूरी घटना को सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया है।
बबूल ने यह कहानी कही
पूछताछ में नाबालिग नाबालिग ने दावा किया है कि मृतक आकाश शर्मा ने उसे नौकरी के लिए बुलाया था। जिसे पूरा करने पर उन्होंने उनसे 70 हजार रुपये का वादा किया था, लेकिन बाद में भुगतान से मुकर गए। कोई पैसे से मुलाकात पर वह अपना बदलाव नहीं लेना चाहता था। उसने आकाश की हत्या के लिए अपने दोस्तों से बात की और एक फिल्म के जरिए घटना को अंजाम दिया। पुलिस गोली चलाने वाली कंपनी की तलाश कर रही है।