Araria News : अररिया में किसान अपना रहे हैं नए-नए तरीके, झींगा की खेती से लाखों की कमाई
अररिया समय के साथ-साथ कृषि पारंपरिक खेती से हटकर नए-नए-तरीके अपना रहे हैं। अब किसान विशेष रूप से सुपरमार्केट की खेती पर भी ध्यान दे रहे हैं, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो रही है। पारंपरिक खेती में होने वाली आक्षेपों से लेकर पारंपरिक खेती की खेती तक कर रहे हैं, जिसमें लोकी, कद्दू, खेडा, झींगा, टमाटर, फूलगोभी जैसी फसलें शामिल हैं। इनसे झींगा की खेती करने वाले किसानों के लिए अत्यंत मूल्यवान साबित हो रही है। बाजार में इसकी मांग अधिक है, जिससे किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
मोहम्मद आसीन की झींगा खेती से शानदार कमाई
अररिया जिले के किसान मोहम्मद आसीन ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि झींगा की खेती से उन्हें अच्छी कमाई हो रही है। इस समय बाजार में झींगा के भाव अच्छे मिल रहे हैं, जिससे किसान अच्छे दाम कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि झींगा की फ़ेल 6 महीने तक फ़ल साइट्स है, जिससे लगातार प्रोडक्शन और रिव्यु होता रहता है।
मोहम्मद आसीन ने बताया कि जब खेत से झिंगा की तुड़ाई शुरू हुई तो शुरुआत में ही अच्छी कीमत मिली। मंडियों में व्यापारी 30-40 रुपये प्रति किलो झिंगा खरीद रहे थे, जिससे लागत आसानी से निकल आई और मुनाफा भी मिलना शुरू हो गया। उनके 50 डीसम खेत से हर दिन 1-2 कीमती झींगा निकलते हैं, जिनसे अब तक लगभग 1 लाख रुपए की कमाई हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अगले एक महीने तक जिंगा की तुड़ाई रिलीज बनी रहेगी, और फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
पारंपरिक व्यवसाय से हटकर सब्जी की खेती में लाभ
मोहम्मद आसीन कर्मचारी हैं जिनका जीवन उनका संघर्षपूर्ण बना हुआ है। पारिवारिक आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन खेती का शौक उन्हें हमेशा से था। इसलिए उन्होंने पारंपरिक खेती को ठीक करने के लिए सब्जी की खेती शुरू की। सब्जी की खेती कम समय में अधिक उन्नत होती है। अतः उन्होंने लगभग 50 डेसमील से अधिक खेत में झींगा लगाया। झींगा के अर्थशास्त्र में दो महीने के भीतर फलन शुरू हो गया और अब लगातार तुड़ाई हो रही है, जिससे उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन हो रहा है।
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पहले प्रकाशित : 3 नवंबर, 2024, 23:45 IST