छपरा समाचार: ठंड न होने से सरसों-राय का संकट, किसान बनाए रखने के लिए कर रहे उपाय
पारा: बिहार के कई सब्जियों में ठंड की कमी के कारण सरसो और राई के उपाय मुरझा रहे हैं, जिससे किसान काफी चिंतित हैं। कई स्थानों पर तो जमीन से पौधा ही नहीं निकल पाता है। इसका मुख्य कारण खेत में दवाइयों की कमी है, जिससे कृषि उपकरण जमीन से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। यदि कुछ उपाय भी निकल रहे हैं, तो वे मुर्झा जा रहे हैं। ऐसे में किसान सरसों-राई की खेती करने से डर रहे हैं। जो लोग पहले से सरसों लगाए थे, वे अपने खेत में फैक्ट्री की कम उपस्थिति के कारण अब मिट्टी की खेती करने की सोच रहे हैं। समय पर ठंड नहीं आने के कारण खेत की खेती लगातार खत्म हो रही है, जिससे बीज के बाद के उपाय जमीन से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
लोक 18 के संवाददाता जयलाल महतो ने बताया कि जमीन पर ठंड का असर न होने के कारण वेबसाइट कम हो गई है। इसके परिणामस्वरूप राय-सरसों के बीज पर भी वे ठीक से नहीं निकल रहे हैं। कुछ बीज अरेस्ट के बाद मुरझा जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में किसान खेत की जुताई करके उन्हें पटवन कर फिर से राय-सरसों या खेतों में तैयारी की तैयारी कर रहे हैं।
फल के अच्छा होने की संभावना कम है
भगवान कुमार ने भी इस समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि जमीन की ठंडक ठीक नहीं हो रही है। इसके किसान उपकरण को पहले पाटवन कर राय-सरसों लगा रहे हैं। उनका सुझाव है कि यदि किसान राई-सरसों की फसल लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले उनका पटवन कर लें। इसके बाद बीज पर आधारित उपचारों से बेहतर तरीके से निकलेंगे और मुरझाने की समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमारे इलाके में पहले लोग पटवन करके कारोबार की फसल लेते हैं। अगर अगले 15 दिनों में मौसम में बदलाव नहीं होता है, तो फसल अच्छी होने की संभावना कम है, जिससे किसानों में चिंता बढ़ गई है।
पहले प्रकाशित : 4 नवंबर, 2024, 13:59 IST