छठ पूजा 2024: काशी के घाट पर उमड़ी भीड़, लाखों महिलाओं ने दिया डूबते सूर्य को अर्ध्य, देखें वीडियो
वाराणसी: धर्म नगरी काशी को ‘मिनी बिहार’ कहा जाता है। सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर इसकी झलक रंगत देखने को मिल रही है। वाराणसी से सभी 84 घाटों पर व्रती महिलाओं ने गुरुवार को सूर्य को अर्ध्य दिया। इस दौरान काशी के घाटों पर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी. वाराणसी के गंगा घाटों के अलावा सूर्य तालाब और वरुणा किनारे के घाटों पर भी भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
अस्सी घाट पर पूजा कर रही महंत ने बताया कि छठ पूजा का बहुत महत्व है। इस पूजा और व्रत के प्रभाव से व्रती महिलाओं का हर मन पूर्ण होता है और घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। इसके अलावा संत की आयु भी लंबी होती है। इसके अलावा घाट पर कई महिलाएं अलग-अलग तरह की मानसिकताओं की घोषणा के बाद पूजा और व्रत भी करती हैं।
कल उगते सूर्य को दिया जाएगा अर्ध्य
चार दिनों के इस पर्व के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया गया। इसके बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को उगते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। व्रत के बाद महिलाओं को प्रसाद का वितरण भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि व्रत के बाद प्रसाद का वितरण अवश्य करना चाहिए। इससे छठी मैया सभी मनोभावों को पूरा करती है। वाराणसी के घाटों पर सुबह से ही छठ का रंग दिख रहा है। स्थानीय कलाकार लोकगीतों के माध्यम से घाटों पर समा बांध रहे हैं। यह क्रम लगभग पूरे दिन चलता रहा।
भक्तों में दूध का वितरण
वाराणसी के अस्सी घाट पर जय मां गंगा सेवा समिति द्वारा व्रती महिलाओं को भगवान सूर्य को अर्ध्य देने के लिए निःशुल्क दूध का वितरण भी किया गया। समिति से जुड़े श्रवण मिश्रा ने बताया कि आज 51 लीटर दूध का वितरण हुआ है और कल सुबह भी उपभोक्ताओं में दूध का वितरण किया जायेगा.
पहले प्रकाशित : 7 नवंबर, 2024, 17:33 IST