बिहार

चाचा नीतीश का फोन क्यों अपना रहे तेजस्वी यादव? प्लान का अंतिम चरण क्या है?

पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो प्रसाद यादव के छोटे बेटे छोटे यादव अब राजनीति में बड़े हो गए हैं। तेजस्वी यादव की राजनीति अभी तक पिता के साये में ही आगे बढ़ रही थी, लेकिन अब बिहार के राजनीतिक प्रस्ताव में चर्चा शुरू हो गई है कि युवा यादव पिता के साये से हटकर अपनी खुद की एक अलग पहचान बना चुके हैं। तेजतर्रार यादव पोस्टर और पत्रिका के जरिए बिहार के स्थायी सीएम और चाचा नीतीश कुमार को चुनौती देने वाले हैं। पटना में असैन्य कार्यालय के बाहर उनके जन्मदिन की बधाई में एक पोस्ट लगाई गई है जिसमें इस बात की गवाही दी जा रही है। इस पोस्टर में लिखा है, ‘जुड़े के बा जीत के बा, 2025 में सुपरस्टार तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बने के बा’

बता दें कि असैन्स ऑफिस के बाहर युवा यादव का पोस्ट ऑफिस में ही किसी कार्यकर्ता ने आवेदन किया है। यह बहुत संभव है कि यह पोस्ट खुद-ब-खुद तेजस्वी यादव के सिपहसालारों ने इस्तेमाल की हो। लेकिन, इस पोस्टर के जरिए पैसिफिक मैसेज देना चाह रही है कि तेजस्वी यादव अब पूरी तरह से बिहार के सीएम बन गए हैं। बिहार के लोग भी बचपन से ही सीएम की कुर्सी देखना चाह रहे हैं। युवा अब अपने पिता बुद्ध यादव के साये से हटकर अपने काम के आधार पर जनता के बीच जायेंगे। इस पोस्ट के जरिए ये भी मैसेज देने की कोशिश की गई है कि उनका भी पहचान सीएम नीतीश कुमार की तरह बिहार में बन गया है.

तेजस्वी यादव, तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति, पिता लालू यादव की राजनीति, जंगल राज बनाम नौकरी राज जंग, बिहार विधानसभा चुनाव 2025, सीएम नीतीश कुमार की लड़ाई तेजस्वी यादव, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सीएम चेहरा, राजद-जदयू की लड़ाई, तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार , मुख्यमंत्री चेहरा, वामपंथी यादव, बिहार न्यूज़, बिहार पॉलिटिक्स न्यूज़

युवा यादव अब अपने पिता के राज, जो लोग जंगल राज के परफॉर्म कर रहे हैं, उनके बाहरी नेता चाह रहे हैं।

योगी के एक तीर से कई ‘घायल’…डीजीपी लेकर चले ऐसे दांव कि अखिलेश पर लग गई मिर्ची, बम-बम हो सुप्रीम कोर्ट

पुराने यादव के पोस्टर से किसकी उड़ेगी नींद?
असली, इस पोस्टर में लिखे शब्दों का भाव समझेंगे तो पता चलेगा कि बिहार में पिछले दो-ढाई साल में जो नियुक्तियां हुई हैं, वह शिक्षक भर्ती परीक्षा हो या फिर बहाली सभी युवा यादव की वजह से ही हुई है। पिछले विधानसभा चुनाव में विश्लेषकों ने अपने घोषणा पत्र में 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। तेजस्वी यादव के डिप्टी सीएम रहते इन नियुक्तियों की शुरुआत हुई थी. अब तेजस्वी यादव अपने क्रेडिट लेकर नीतीश कुमार की बड़ी चुनौती पेश करने की तैयारी कर रहे हैं।

जंग में ‘जंगल राज’ बनाम ‘नौकरी राज’
युवा यादव अब अपने पिता के राज, जो लोग जंगल राज के परफॉर्म कर रहे हैं, उनके बाहरी नेता चाह रहे हैं। पोस्टर में स्लोगन भी इसी ओर इशारा कर रहा है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज की तुलना में राज की टीम, बीजेपी और नामांकन में जंगल राज का जवाब इसी तरह के पोस्टर से दिया जाएगा। हालांकि, इसी तरह का एक पोस्टर बिहार से यूपी की राजधानी लखनऊ में भी समाजवादी पार्टी के उपराष्ट्रपति अखिलेश यादव को लेकर लग रहे हैं. लखनऊ में भी अखिलेश यादव पिछले कुछ दिनों से इसी तरह के पोस्ट देखे जा रहे हैं. असम्भव, असावधान ने यह समाजवादी पार्टी से सीखी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *