भिंड में बीजेपी नेता प्रिंस कुशवाहा की मुश्किलें, कोर्ट ने जारी किया वारंट, जानें क्या है पूरा मामला
भिंड. मध्य प्रदेश के बीज विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष, मान्यता प्राप्त राज्य मंत्री रह रहे भाजपा नेता प्रिंस कुशवाहा के खिलाफ हिंद कोर्ट ने चेक बाउंस मामले में गिरफ़्तारी जारी की है। प्रिंस कुशवाहा मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं। डॉ. प्रिंस कुशवाहा कॉन्स्टेंट 2 बार कोर्ट में उपस्थित न होकर गैर हाजिर चल रहे थे। जानकारी के मुताबिक उमरी के रहने वाले मोनू कुशवाहा ने बीजेपी नेता और संपत्ति के मालिक प्रिंस कुशवाहा की एक संपत्ति के बदले 25 लाख रुपये हड़प लिए थे. इसके मालिक प्रिंस कुशवाहा ने मोनू कुशवाहा को चेक दिया था।
बैंक से चेक बाउंस होने के चलते मोनू कुशवाहा ने हिंद कोर्ट में परिवाद की स्थापना की थी. पिछले एक साल से हिंद कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. प्रिंसेस शौशेह को लगातार अदालत में उपस्थित होने के लिए समन भेजा जा रहा था। बावजूद इसके वे कोर्ट में गैर हाजिर रह रहे थे. अब कोर्ट ने क्रेड रूल अपनाते हुए गिरजाघर जारी किया है। मामले की सुनवाई अब 12 दिसंबर को होगी।
शिकायती मोनू कुशवाहा ने बताया कि वैभवशाली मामले में बी.पी नेता राजकुमार कुशवाहा की कीमत 25 लाख रुपये थी। हमें ब्लैंक चेक किया गया था और 1 साल का समय दिया गया था। लेकिन जब 1 साल बाद इस चेक को बैंक में डाला गया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद मैंने कई बार संपर्क करने का प्रयास किया और सिलिकॉन से रुपये वापस लेने का प्रयास किया। लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते उन्होंने हमारी बात पर कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद मैंने कोर्ट की दहलीज खटखटाई। कोर्ट में भी वह दिवालिया हो गए तो भिंड जिला कोर्ट ने उनके खिलाफ़ अभ्यावेदन जारी कर दिया है।
पहले प्रकाशित : 8 नवंबर, 2024, 17:46 IST