बिहार

बरौनी रेल हादसा: 11 दिसंबर को थी शादी, घर में हो रही थी अंतिम विदाई अमर की मौत

रिपोर्ट-नीरज सिंह
वैट: शादी हर परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, लेकिन बिहार के एक परिवार की खुशियां गम में बदल गई। शादी के अंतिम चरण में जो हुआ, उस समय स्कॉटलैंड की शोकसभा भी हो रही थी, उसी समय परिवार को अंतिम संस्कार की खबर मिली। यह इंफाल फैक्ट्री के बरौनी जंक्शन की है, जहां 30 साल के बॉक्स पोर्टर अमर कुमार की रेल इंजन डिटैक टाइम इंजन और एलडब्ल्यूएल रैम के बीच दबकर मौत हो गई। अमर का निधन रविवार को घर पर हुआ, और यह खबर पूरे परिवार को शोक में डूब गई।

11 दिसंबर को होनी थी शादी, अधूरी रह गई अधूरी
अमर कुमार की शादी में तय हुई थी, और एक महीने से अलग चल रही थी। शादी का कार्ड भी 15 नवंबर तक छपने थे। अमर ने अपनी शादी के लिए एक दिन पहले ही छुट्टी ले ली थी और अधिकारियों से छुट्टी ले ली थी, जो रिप्लेसमेंट भी हो गया था। अमर, बिहार के दलसिंहसंत के सरदारपुर में रहने वाला था।

उनके पिता, प्रिंस राम बरौनी में रेलवे के सिंक लाइन में फ़िटर के पद पर थे और 2018 में एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद, अनुकंपा के आधार पर अमर को नौकरी मिल गई थी।

10 नवंबर को शव पहुंचाना
अमर के परिवार और ईस्ट सेंट्रल रेलवे स्टाफ यूनियन के नेता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 9 नवंबर को बरौनी जंक्शन पर इंजन डिटेक करते समय अमर की मौत हो गई। आरोपियों ने इस मामले को लेकर हत्या की आपदा का खतरा और उच्च वैज्ञानिक जांच की मांग की है।

बॉक्स पोर्टर से रेल इंजन इंजन का काम करवा रही थी रेलवे, मौत हुई तो भागे ड्राइवर-अधिकारी

रेल दुर्घटना में मृत अणुपाल को मिलने वाली जगह पर ₹25 लाख की सहायता राशि रशीद स्टाफ यूनियन ने ₹1 करोड़ की मांग की है। यह घटना बेहद सामान्य है, क्योंकि जिस दिन 11 दिसंबर को अमर की शादी हुई थी, उसके एक महीने पहले ही परिवार को उनके शव का सामना करना पड़ा था।

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