बाबा सिद्दीकी: शिवा तो भाग गया था नेपाल, एसटीएफ ने कहा- फोन करो फिर बुलाओ, दोस्त बोला- शिवा तू आ जा यार,…
उद्यमः बाबा ने की हत्या का मुख्य मामला, एक शिवा गौतम नीकी शिव कुमार को यूपी के बेटे ने परसन नेपाल जाने वाली सड़क से गिरफ्तार कर लिया। बाबा की हत्या के बाद से शिवा गौतम साहू चल रहे थे और वह नेपाल में अपनी शरण ले चुके थे। प्लास्टिक पुलिस और यूपी के व्यापारियों की टीम शिवा गौतम की तलाश में हुई थी। लेकिन शिवा गौतम को रविवार तक मछली पकड़ने में असफलता मिली थी। क्योंकि हत्याकांड के बाद मूर्ति शिवा गौतम प्लास्टिक से अलग होते हुए ब्लूप्रिंट और रुपेडा बार्डर क्लब होते हुए नेपाल तक पहुंच गया था, लेकिन फिर भी इसकी वजह यह है कि शिवा गौतम को एसटीएफ पकड़ने में नाकाम रही है।
दोस्तों से फोन करके बुलाया गया बॉर्डर पर बुलाया गया
हत्या में पकड़ा गया धर्मराज कश्यप ने जब शिवा गौतम का नाम पहचाना, तब से यूपी में डकैती में शिवा गौतम की तलाश थी। लेकिन यह पकड़ में नहीं आ रहा था और ये पुलिस के लिए सरदर्द बन गया था। चतुर्थ शिवा ने गौतम को पकड़ने के लिए खास रणनीति बनाई। चतुर्थी ने शिवा गौतम के 4 दोस्तों को राज में शामिल किया, जिसमें ज्ञान प्रकाश बाजपेयी, अखिलेंद्र सिंह, अनुराग कश्यप और अनुराग गुरु शामिल थे। विस्तारित होने वाले दोस्त की वजह से शिवा गौतम और उनके दोस्त की बात बनी हुई थी। यूपी के छात्र ने कहा कि शिवा गौतम को फोन करो और बॉर्डर पर बुलाओ।
सभी को पकड़कर होटल ले जाया गया
दोस्तों ने फोन करके जैसे शिवा गौतम को सीमा पार करके नानपारा की तरफ बुलाया। इसी तरह सबसे पहले वहां मौजूद बदमाशों की टीम ने शिवा गौतम को गिरफ्तार कर लिया और नेपाल जाने वाली हाईवे पर मौजूद ड्रीम हाउस लेकर होटल में ले गई और 3 घंटे तक पूछताछ की। बताया जा रहा है कि होटल में ही सभी पांचों के कपड़े बदले गए और फिर पांचों की टीम को लेकर गंडारा गांव ले जाया गया, जहां सभी रहने वाले थे। वहाँ साक्ष्य एकत्र हुए। फिर से सभी को नानपारा लेकर आए और लिखा के बाद नेपोलियन का विस्फोट हो गया।
शिवा को पता ही नहीं था कि मामला हाई प्रोफाइल है!
शिवा गौतम ने पिछले 4 साल पहले पुणे में शिखर भंगागार का काम किया था। इसकी दुकान के बगल में शुभम लोनकर की भी दुकान थी। शुभम लोनकर के माध्यम से शिवा लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में आये। शुभम लोनकर और शिवा गौतम ने बाबा की हत्या की साजिश रची। अनमोल बिश्नोई ने हत्या के बाद 10 लाख रुपये लेने की कही थी बात। लेकिन मामला हाईप्रोफाइल है ये शिवा गौतम के बारे में पता नहीं था।
धर्मराज ने खोली थी शिवा के पोल
बाबा की हत्या के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और अपनी जान बचाने के लिए शिवा गौतम को नेपाल भेज दिया। लेकिन हत्या के बाद दूसरी फिल्म और शिवा गौतम के दोस्त धर्मराज कश्यप सागर पुलिस के हत्थे चढ़ गए और उन्होंने पुलिस से पूछताछ में पूरी बात बताई।
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पहले प्रकाशित : 12 नवंबर, 2024, 14:05 IST