क्रेटरल की हवा हुई सुपरमार्केट, विक्रय पर रोज़ सब्सट्रेट ये खस्स गन
क्रेटर: शहरों में रोज़ाना प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। तरह-तरह के उपाय और प्रयास करने के बाद भी प्रदूषण में कमी नहीं आ रही है बल्कि कई नए शहर और इलाके के प्रदूषण में कमी आ रही है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के क्रिएटिव सिटी का है जहां लोंगो का सांस लेना मुश्किल हो गया है। शहर के हर वॉलेंट पर एंटी स्मोक गन से रोजाना पानी का मिश्रण बनाने की योजना बनाई गई है। कूड़ा साफ करने वाले पेड़-पौधों को ढुलाया जाएगा।
14 नवंबर की सुबह ही क्रिटाल नगर कॉर्पोरेशन ने वॉर लेवल पर एंटी स्मोक मशीन से वॉटर स्प्रिंकलर प्लांट लगाने के लिए मेट्रोपॉलिटन के एक्यूआई को कम करने की योजना बनाई। शहर के कंपनी बाग, ईसा का पर्यवेक्षण, एटा चुंगी, आगरा रोड तेदवारी, मसूदाबाद, क्रॉस रोड और रसलगंज में एंटी स्मोक से बने पेड़-पौधों की धुलाई की गई।
वायुमण्डलीय एक गंभीर समस्या है
बता दें कि वायु जीवन का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, लेकिन तेजी से घटते प्रदूषण के कारण आज आपको इसका पर्यावरण खतरे में पड़ गया है। वायु रसायन, जिसे वायु प्रदूषण भी कहा जाता है, का अर्थ है रासायनिक पदार्थों में हानिकारक गैसें, अपशिष्ट पदार्थ, रसायन और रसायन की भारी मात्रा का मिश्रण। यह समस्या आज के समय में बड़े शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों में गंभीर रूप से उभर कर सामने आ रही है। वायु प्रदूषण न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि वार्तालाप, बाक़ी और पेड़-पौधों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है। इससे सांस लेने की दवाएं, फेफड़े के अंगूठे और हृदय संबंधी मांसपेशियों का खतरा भी बढ़ रहा है।
इस बारे में दी गई जानकारी में कहा गया है कि क्रिएटर के शहरवासियों को वायु प्रदूषण रोकने के लिए नगर निगम को सहयोग करना चाहिए। प्रदूषण के मूल कारण हम स्वयं हैं। इस पर रोक लगाने के लिए प्रत्येक नागरिक को पर्यावरण के प्रति अपनी स्वतंत्रता के बारे में विचार करना आवश्यक है।
वायु प्रदूषण निगम के आयुक्त विनोद कुमार ने कहा कि प्लास्टिक उद्योग का कम उपयोग करें। मास्क लगाए निकलें. कचरा कर्कट और किसी भी पदार्थ को खुले में न जलाएं। ऐसा कोई पाया गया तो उनके अविश्वासी की कार्रवाई होगी।
टैग: वायु प्रदूषण, अलीगढ समाचार, अलीगढ न्यूज़ टुडे, स्थानीय18
पहले प्रकाशित : 14 नवंबर, 2024, 23:46 IST