Perfect 10: अकेले निपटा दी पूरी टीम… 39 साल में पहली बार, रणजी में रचा इतिहास
नई दिल्ली. युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने अपनी धारदार गेंदबाजी से इतिहास रच दिया है. हरियाणा के उभरते पेसर ने रणजी ट्रॉफी इतिहास में 39 साल में पहली बार एक पारी में 10 विकेट लेने का कमाल किया है. उन्होंने यह उपलब्धि हरियाणा बनाम केरल मैच में हासिल की. दोनों टीमें लाहली के चौधरी बंसी लाल क्रिकेट स्टेडियम में आमने सामने हैं. कंबोज रणजी में यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाने वाले सिर्फ तीसरे गेंदबाज हैं. 23 साल कंबोज ने केर ल की बैटिंग को झकझोर कर रख दिया. उन्होंने 49 रन देकर अकेले पूरी टीम को निपटाकर सनसनी मचा दी. अंशुल की घातक गेंदबाजी के सामने केरल की टीम पहली पारी में 291 रन बना सकी.
अंशुल कंबोज (Anshil Kamboj) ने इससे पहले मौजूदा सीजन के तीन मैचों में 4 विकेट लिए थे. उन्होंने परफेक्ट 10 हासिल कर अपनी काबिलियत को दर्शाया है. वह भारतीय घरेलू क्रिकेट के इतिहास में बड़ी उपलब्धि हासिल कर स्टार बनकर उभरे हैं. अंशुल से पहले बंगाल के प्रेमांग्सु चैटर्जी ने 1956-57 में असम के खिलाफ 20 रन देकर सभी 10 विकेट लिए थे. राजस्थान के प्रदीप सुंदेरम ने विदर्भ के खिलाफ 1985-86 में यह कमाल किया था.
इस मामले में दूसरे नंबर पर पहुंचे अंशुल कंबोज
रणजी ट्रॉफी इतिहास में बेस्ट बॉलिंग फिगर की लिस्ट में अंशुल कंबोज दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इस लिस्ट में बंगाल के प्रेमांग्सु चैटर्जी पहले नंबर पर हैं जिन्होंने 20 रन देकर एक पारी में सभी 10 विकेट लिया था जबकि अंशुल 49 रन देकर 10 विकेट लेकर दूसरे नंबर पर हैं. राजस्थान के प्रदीप सुंदेरम इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं जिन्होंने 78 रन देकर 10 विकेट लिए थे.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10 विकेट लेने वाले छठे भारतीय बने अंशुल
अंशुल कंबोज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले भारतीयों में छठे गेंदबाज बन गए. इससे पहले प्रेमांग्सु चैटर्जी, देबाशीष मोहंती, अनिल कुंबले, प्रदीप सुंदरेमन और सुभाष गुप्ते यह उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं.
पहले प्रकाशित : 15 नवंबर, 2024, 4:10 अपराह्न IST