आईएएस सक्सेस स्टोरी अंबिका रैना ने स्विट्जरलैंड में अपनी नौकरी छोड़कर मॉक टेस्ट के जरिए यूपीएससी की तैयारी की, तीसरे प्रयास में सफलता मिली
अगर आप किसी सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से तैयारी करनी होती है. आईएएस अंबिका रैना ने यूपीएससी 2022 परीक्षा में 164 वीं रैंक हासिल की थी. जम्मू-कश्मीर की रहने वाली अंबिका का करियर प्रेरणादायक है और यह दर्शाता है कि कठिनाइयों का सामना करके भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. उनका उदाहरण उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत हो सकता है, जो सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं.
शिक्षा और पृष्ठभूमि
अंबिका रैना जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से हैं. उनकी शिक्षा विभिन्न स्थानों पर हुई है, क्योंकि उनके पिता भारतीय सेना में मेजर जनरल हैं. इस कारण से उन्हें कई राज्यों में रहने का अनुभव मिला, जो उनके व्यक्तित्व और दृष्टिकोण को आकार देने में सहायक रहा. अंबिका रैना ने गुजरात के अहमदाबाद में स्थित सीईपीटी यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्ट में ग्रेजुएशन किया है. 2020 में ग्रेजुएशन पूरा होने से पहले ही उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में स्थित एक कंपनी में इंटर्नशिप करने का मौका मिल गया था. हालांकि, उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए उस नौकरी को छोड़ने का निर्णय लिया. यह कदम दिखाता है कि उन्होंने अपने करियर के प्रति कितनी गंभीरता दिखाई और अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता दी.
ऐसे शुरू हुआ सफर
अंबिका ने अपनी करियर यात्रा की शुरुआत स्विट्जरलैंड में एक नौकरी से की थी. उनके लिए विदेश छोड़कर भारत आकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का फैसला आसान नहीं था. वह अपने लक्ष्य को लेकर स्पष्ट थीं और हर कठिनाई को पार करने के लिए भी. वह 2022 में यूपीएससी परीक्षा के तीसरे प्रयास में 164वीं रैंक के साथ सफल हुई हैं. इससे पहले दो प्रयासों में असफल होने पर भी उन्होंने हार नहीं मानी. बस हर बार अपनी स्ट्रैटेजी बदली.
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मॉक टेस्ट की ज्यादा तैयारी
अंबिका रैना ने हर प्रयास के बाद अपनी गलतियों को समझते हुए स्ट्रैटेजी में बदलाव किया. शुरू में वह मॉक टेस्ट पर ज्यादा फोकस नहीं करती थीं, लेकिन फिर उन्हें समझ में आया कि मॉक टेस्ट से 70% तैयारी की जा सकती है. उनका कहना है कि मॉक टेस्ट से खुद को परखना आसान हो जाता है. इसके अलावा पिछले सालों के प्रश्न पत्र जरूर सॉल्व करें .
आज अंबिका रैना आईएएस ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं. यह पद उन्हें सरकारी वित्तीय प्रबंधन और लेखा संबंधी कार्यों का संचालन करने का अवसर प्रदान करता है. उनके कार्य क्षेत्र में न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारियां शामिल होती हैं, बल्कि वे देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.
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