
डिजिटल रेस्तरां के नाम पर हदें पार! जालसाजों ने लड़की से छापे को कहा, लाखों भी लूटे
मुफ़्त: डिजिटल स्टोर्स एक बड़ी समस्या बन गई है, जिसका इस्तेमाल फ्रॉडस्टर्स पैसे लूटने और लोगों को धमकाने के लिए कर रहे हैं। हाल ही में अमरीका में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यह घटना 5 दिन पुरानी है, लेकिन इसे बताना जरूरी है क्योंकि आप सावधान हो सकते हैं। बता दें कि इस बार एक लड़की को डिजिटल तरीके से गिरफ्तार किया गया था. ना सिर्फ उसका पैसा लूटा गया, बल्कि ठगों ने उससे सराफा की भी मांग की।
जानिए पूरा मामला?
नारायणपुरा पुलिस ने इस गैंग के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे 4 लाख 92 हजार रुपये की चोरी की है. ऐसा लगता है कि इन लोगों ने देश भर में कई लोगों का पैसा लूट लिया है। लेकिन इस पैसे की घटना की एक खास बात यह है कि लूट के बाद गर्ल के पड़ोसी ने उसे वीडियो कॉल करके बताया कि उसके साथ धोखा हुआ है।
शहर की एक और लड़की डिजिटल रेस्तरां का शिकार बनी हुई है। एक लड़की जो नारायणपुरा के आखर चार रोड के पास रहती है, उसने 15 अक्टूबर को एक अंजान नंबर से कॉल रिसीव की। उस कॉल में बताया गया कि उसने जो स्टैण्डर्ड पोस्ट किये थे उनमें से एक में 1000 करोड़ रूपये की कीमत के नोट शामिल हैं। दूसरी बार कॉल करने पर गर्ल को धमाका और अलग-अलग चित्रों के डॉक्युमेंट्स ही भेजे गए, साथ में कंप्लेनेंट की डिटेल्स की पीडीएफ फाइल भी भेजी गई। इसके बाद उन्होंने कहा कि आरबीआई में पैसा जमा होना है। कुल मिलाकर, लड़की के बैंक खाते से 4 लाख 92 हजार रुपये चुराए गए, इस कहानी के साथ कि पैसा वेरिफाई हो रहा है वापस।
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‘बर्थमार्क टोकन के लिए आउटपोस्ट’
पैसे लूटने के बाद, लड़की से यह भी कहा गया कि अपने बर्थमार्क को कपड़े उतारने के लिए बताओ। लेकिन लड़की ने साफ-साफ मना कर दिया। इसके अलावा, मॉम ने लड़की के पड़ोसी को वीडियो कॉल करके बताया कि उन्होंने लड़की को एक रिस्टोर के नाम पर डिजिटल रूप से धोखा दिया है। जब लड़की को पता चला कि उसे धोखा दिया गया है, तो वह सीधे नारायणपुरा पुलिस स्टेशन पहुंची। जहां पुलिस ने लड़की की शिकायत रजिस्टर की और बैंक खाते और मोबाइल नंबर का विवरण लेकर जांच शुरू की। इस जांच में पुलिस ने कुछ ही दिनों में गुजरात, राजस्थान, तमिल से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य बुनियादी ढांचे तक पहुंच के लिए जांच तेजी से जारी
पुलिस के पास से 2 लैपटॉप, 17 मोबाइल, 11 चेक बुक और 8 डेबिट कार्ड भी जब्त किए गए हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि चीनी हैंडलर्स ने अलग-अलग चैनल पर टेलीग्राम बनाए थे, जिसमें सदस्यों को शामिल किया गया था। उन्होंने विज्ञापन दिया और हाई कमीशन या हाई लोन का वादा करके लोगों से बैंक खाते के लिए थे, जिसमें फ्रॉड मनी जमा की गई थी। अब पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इस गिरोह के मुख्य गिरोह तक पहुंचने के लिए जांच तेजी से जारी है। आप सभी से निवेदन है कि ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी बरतें और किसी भी अंजान नंबर से कॉल करके ध्यान न दें।
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पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 15:49 IST