क्राइम

चौंकाने वाला अफेयर बना पति की हत्या, प्यार कैसे बना जानलेवा गेम सा

बेलगाम: कर्नाटक के बेलगाम के एक छोटे से गांव वबुलर गांव में एक भयानक अपराध हुआ। 35 साल की आतता ने अपने पति की प्रेमिका की हत्या कर दी, बस इसलिए उसकी नजर किसी युवा लड़के पर थी। ये कोई आम हत्या नहीं, बल्कि एक ऐसी साजिश थी, जो दिमाग से कहीं ज्यादा दिल से जुड़ी थी। क्या सच में प्यार इतना खतरनाक हो सकता है?

मातृत्व जीवन से उबडिल थी आखिरी
नीलव्वा जो 20 साल से अधिक उम्र की थी, अब अपनी मातृत्व जीवन से उबर गई थी। उनका दिल एक 27 साल के लड़के महेश के लिए देखा गया था, उनके पति 40 साल का हो गया था और नीलव्वा को अपनी जिंदगी में कुछ नया करना पड़ा था। महेश और नीलव्वा का रिश्ता दिन-ब-दिन गहरा हो रहा था, एक अफेयर बन गया था।

महेश की लत जैसी मोहब्बत
महेश, एक युवा लड़का, जिसने नीलव्वा को अपनी मुहब्बत में पूरी तरह से खो दिया था। वो अपने घर-परिवार और पूरी दुनिया से बख़बर थी। ये दुनिया अब बस एक ही थी—नीलव्वा। प्यार में पागल आदमी, उसने अपनी जिंदगी को नीलव्वा के लिए दांव पर लगा दिया था। क्या उसे ये पता चला कि ये उससे कहाँ प्यार करेगा?

सच का खुलासा
असल में, जब नीलव्वा के पति निंगोप्पा को उसकी पत्नी और महेश के रिश्ते का पता चला, तो उसकी दुनिया तहस-नहस हो गई। भिन्न-भिन्न में उन्होंने दोनों को चेतावनी दी, लेकिन अब यह मामला सिर्फ चेतावनी से आगे बढ़ चुका था। नीलव्वा महेश और ने मिलकर अपनी जिंदगी का एक खतरनाक खेल खेला।

एक खतरनाक प्लान और एक खौफनाक रात
नीलव्वा ने महेश से कहा, “अगर निंगोप्पा की कहानी खत्म हो जाए तो हमारा रास्ता आसान हो जाएगा।” फिर उन्होंने एक खतरनाक आदमी येल्लाप्पा को अपने प्लान में शामिल किया, जो एक ताकतवर था। यल्लाप्पा को 1.5 लाख रुपये में निंगोप्पा को मारने की सुपारी दी गई।

भाभी के प्यार में पड़ गया पति, पति को ससुराल में ही हो गया कांड, अकेले में फिर बुलाया…

बेताल के चक्कर में कातिल का खेल
यल्लाप्पा ने अपना काम किया। निंगोप्पा को सोते हुए गला घोंटकर मार डाला गया। अगले दिन नीलव्वा ने अपना ड्रामा शुरू किया। “मेरे पति की हत्या हो गई है!” उसने चिल्लाते हुए कहा. लेकिन पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सच्चाई सामने आ गई।

पुलिस का फ़िल्मी एक्शन
पुलिस ने तीन कैटिलों के जरिए मोबाइल लॉटरी पर कब्जा कर लिया। नीलव्वा, महेश और यल्लाप्पा की कहानी अब सभी के सामने थी। लेकिन निंगोप्पा की मौत का सबसे बड़ा सच यह था कि वह बिना किसी अपराधी के इस खेल का शिकार बन गया।

टैग: स्थानीय18, विशेष परियोजना

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *