उत्तर प्रदेश

नेपाल के लोग यूपी के इस शहर से क्यों खरीद कर ले गए हैं बाइक और साइकिल?

महराजगंज: उत्तर प्रदेश का महराजगंज जिला पड़ोसी देश नेपाल के साथ सीमा साझा करता है। इसके साथ ही जिले का एक बड़ा हिस्सा बिखरा हुआ क्षेत्र मौजूद है जहां दोनों देशों के स्वामित्व वाले लोग साये-थालते और व्यापारिक गतिविधियां देख सकते हैं। इसके अलावा महराजगंज जिले में कई सी मार्केट ऐसे हैं जो बाजार में हैं। इन बाजारों में विदेशी लोगों की भीड़ काफी संख्या में है। ऐसा ही एक बाजार महराजगंज जिले में भारत और नेपाल सीमा से सटा है। इस क्षेत्र की खास बात यह है कि दोनों देश के लोग एक दूसरे देश में आते-जाते रहते हैं। इसके अलावा प्रतिदिन शाम के समय महराजगंज जिले के ठूंठीबारी में विदेशियों की भीड़ उमड़ती है।

नेपाल की तुलना में काफी प्रसिद्ध पुस्तकें बाइक और साइकिल हैं

इस बाजार की खास बात यह है कि पड़ोसी देश नेपाल से बहुत से लोग साइकिल और बाइक के अवशेष के लिए यहां आते हैं। एक नेपाली नागरिक संदीप सैनी ने स्थानीय 18 से बातचीत के दौरान बताया कि वह इस बाजार में लाइसेंस के लिए आए हैं। लॉट पर उन्होंने बताया कि नेपाल में ‍साइकिल तो है लेकिन यहां की तुलना में काफी ‍काफी ‍डैमेज ‍बैंड है। उन्होंने बताया कि नेपाल से यहां बहुत से लोगों की बाइकें भी मिलती हैं। इसके पीछे की वजह ये है कि इनकी कीमत काफी ज्यादा है. भारत में इसकी कीमत नेपाल के कॉलोनी में काफी कम है।

बाजार के दो दिन होते हैं मनमोहक दृश्य

संदीप कर्मचारी हैं कि वह बचपन से ही इस बाजार में खरीदारी के लिए आते हैं। भारत नेपाल सीमा के निकट होने की वजह से भी उनका आना-जाना रहता है। उन्होंने बताया कि बहुत से लोग नेपाल से यहां खरीदारी के लिए आते हैं। इस बाजार से लोगों को आर्थिक लाभ भी मिलता है। बहुत से लोगों का इससे जुड़ा काम भी बेरोजगार हो गया है. खासकर सप्ताह के दो दिन और शनिवार को तो इस बाजार की दुकानें ही दिखती हैं। दोनों देशों के लोगों की भीड़ देखने को मिलती है जिसका नजारा आपके लिए काफी अलग और आकर्षक होता है।

पहले प्रकाशित : 24 नवंबर, 2024, 16:50 IST

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