
बालाघाट में सबसे ज्यादा 185 धान खरीद केंद्र… पहले दिन सबसे ज्यादा खरीददारी, जानिए वजह
बाला घाट. बालाघाट समेत पूरे मध्य प्रदेश में धान उपार्जन की योजना 2 दिसंबर से शुरू हो गई है। वहीं, पूरे प्रदेश में बालाघाट में सबसे ज्यादा 185 धान केंद्र हैं। लेकिन, इन आरोपों पर सोमवार को पसरा रहा। ऐसे ही एक धान समूह केंद्र लोक 18 की टीम का निरीक्षण। यहां पर भी पढ़ा जा रहा है. किसानों का दूर-दूर तक अता-पता नहीं था। जानिए क्यों…
बालाघाट की गोंगलाई मंडी पर पाठक
बालाघाट से लगभग 5 किमी दूर स्थित गोंगलाई धान उपार्जन केंद्र पर सारा सामान रखा हुआ था। लेकिन, यहां पर साबुन था. इस मंडी के प्रभारी जियालाल लिल्हारे को लोकल 18 में बताया गया कि यहां किसानों के लिए सारी दुकानें हैं। आज (2 दिसंबर) से धान की खेती शुरू हो गई है। वहीं, एक दिन पहले 95 किसानों ने स्कैलपबुक ले गए थे, लेकिन सुबह तक कोई भी किसान नहीं पहुंचा।
लालबरा सहित कई इलाक़ों में प्रदर्शन
बालाघाट जिले के कई जिलों में धान आबादी केंद्र पर प्रदर्शन हुआ। लालबरा और कटंगी के चिकमारा धान उपार्जन में किसानों ने प्रदर्शन किया।
धान की कीमत 3100 करोड़ की मांग
किसान गर्जना संगठन के प्रस्ताव पर किसानों ने धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. ऐसे में अधिकांश धान उपार्जन शुल्क पर शोध पासा रह रहा है। बता दें कि साल विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये और मिट्टी का समर्थन मूल्य 2700 रुपये रहेगा।
पहले प्रकाशित : 3 दिसंबर, 2024, 24:31 IST