
15-20 लोगों की टीम कस्टमर से बात करती है, हर दिन मोटा कमिशन गया था, एक दिन राज उद्घाटन और…
बिहार में 4 शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है. ग्राहक से बात करने के लिए 15 से 20 वैज्ञानिकों ने टीम बनाई थी। साइबर ठगों की टीम ने यूट्यूब से सीखी थी धोखाधड़ी करने की विधि।
बिहार सरफराज. बिहार की जेल पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने यूट्यूब से करोड़पति बनने का पूरा तरीका बताया था और फर्जी लॉटरी और लोन के नाम पर लोगों से करोड़ों की कमाई की थी। पुलिस के पास इनके पास से 36 लाख 78 हजार 155 रुपये, 16 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर मशीन, तीन सिम कार्ड, सोने के आभूषण और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
बता दें कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में दो भाई और उनके पिता भी शामिल हैं। ये लोग फर्जी वेबसाइट पार्टनर्स और सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन बेचने वाले लोगों को ठगते थे। ये केरला लॉटरी के नाम पर फर्जी लॉटरी का ऑफर देते थे और लोगों से पैसे लेते थे। इसके अलावा, वे लोन के नाम पर भी लोगों को ठगते थे। पुलिस को लंबे समय से इन राज्यों के कब्जे की जानकारी थी। तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
ईओयू-साइबर पुलिस के अनचाहे जाल में फंसा ठग
भारत सरकार के पोर्टल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। पूछताछ में पता चला कि यह पूरा नेटवर्क कमीशन बेस्ड सिस्टम पर आधारित था, जिसने व्यक्तिगत वेबसाइट बनाई थी और एडवर्टाइजमेंट ए लोट कराता था। वह 15-20 छात्रों को कारीगरों से करवाता था और इन लोगों को कमीशन के आधार पर पैसा देता था।
हॉस्टल केएसपी ने कहा-आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
सोनी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर साइबर दुकान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है और इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों ने अब तक कितने लोगों को ठगा है और कितना पैसा हासिल किया है। साइबर थाना, मानपुर थाना जिला में आसूचना इकाई की टीम शामिल रही।
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पहले प्रकाशित : 5 दिसंबर, 2024, 22:01 IST