उत्तर प्रदेश

लिट्टी के साथ चोखा नहीं…खाई चिकन की लैला-मजनू रेसिपी, बिल्ली ही लाजवाब!

उत्तर: उत्तर प्रदेश के फार्मास्युटिकल विभाग के विज्ञापन पर खुली चिक्का लिट्टी की दुकान ने देसी स्वाद को नया रूप दिया है। दुकान के मालिक को गारंटी पर बिहार की एक फ़्राईच से यह रेसिपी देखने का मौका मिला। उन्होंने सोचा कि इस नॉनवेज लिट्टी को मिर्ज़ा में लाया जाए। स्थानीय लोगों के लिए इसका स्वाद कुछ नया था, लेकिन अब यह दुकान इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।

‘लतखोर’ और ‘लैला मजनू’ जैसे यूनिक नाम
यहां मिलने वाली रेसिपीज अपने यूनिक एस्टेट के लिए मशहूर हैं। ‘लटखोर’ रेसिपी में 2 लिट्टी के साथ लेग पीस है, जो लगभग ₹100 में उपलब्ध है। वहीं, ‘लैला मजनू’ रेसिपी में सत्तू से भरी हुई लिट्टी और चिकन का अनोखा स्वाद है। खास बात यह है कि यहां चिकन और लिट्टी का ऐसा अनोखा मिश्रण तैयार किया जाता है, जो आम तौर पर देखने को नहीं मिलता.

दोपहर 11 बजे से रात 10 बजे तक दर्शनों की भीड़
चिक्का लिट्टी की दुकान सुबह 11 बजे खुलती है। शाम 4 बजे तक साड़ी की तैयारी पूरी हो जाती है और रात 9-10 बजे तक यह दुकान से भरी रहती है। लोकल 18 की टीम ने एक ग्राहक से बातचीत में ‘लैला मजनू’ रेसिपी का ऑर्डर दिया था। उनका कहना है कि लिट्टी में सत्तू और चिकन का ऐसा स्वाद पहले कभी नहीं खाया.

हर उम्र को भाता है जायका
यहां की रेसिपीज़ न केवल स्वाद में शानदार हैं, बल्कि बजट में भी फिट हैं। ग्राहक ₹100 से ₹150 के अंदर स्वादिष्ट नॉनवेज और लिट्टी का आनंद ले सकते हैं। दुकान मालिक का कहना है कि ‘लटखोर’ और ‘खानदानी दोगलापन’ जैसी रेसिपीज यहां की सबसे ज्यादा बिकने वाली डिश है।

टैग: भोजन 18, ग़ाज़ीपुर समाचार, स्थानीय18

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