
2-3 हजार में मुलाकात वाला सफेद शॉल..नहीं होता पश्मीना, जान लें असली की पहचान, कीमत उड़ी जादूगरनी!
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बिट्टन मार्केट में इन दिनों प्लाजा आर्ट एक्सपो लगा है। ग़रीब से आये विक्रेता पश्मीना शॉल के अलग-अलग अनोखे लेकर आये हैं। लेकिन, खास बात कुछ और है. विक्रेता का कहना है कि आज कल लोग 2 या 3 हजार के सफेद वुलेन के शॉल को पश्मीना समझ लेते हैं, लेकिन सच्चाई ये नहीं है। असली, पश्मीना शॉल की शुरुआत ही 10 हजार से होती है।
इसके अलावा इस एक्सपो में एक ऐसी पश्मीना शॉल भी आई है, जिसकी कीमत देखकर लोग दंग रह गए हैं। इस शॉल की प्राकृतिक यात्रा के बाद तो लोग इस शॉल को देखने पहुंच जा रहे हैं। असल में, इस शॉल में अगर छेद हो जाए तो वह आपका भरण-पोषण करता है। इस शॉल को बनाने में मंतव्य शामिल हैं। कश्मीर से शॉल बिजनेस रियाज अहमद खान ने लोकल 18 को यह भी बताया कि असली पश्मीना शॉल की पहचान कैसे करें।
सबसे बेकार पश्मीना शॉल ती की
रियाज़ ने बताया, वह सार्जेंट से भोपाल और आस-पास के इलाकों वाले एक्सपो में राहुल शॉल लेकर आते हैं। उनके पास पश्मीना का अनोखा रूप है। इस असल में 10 हजार से लेकर 2 लाख 25 हजार तक की पश्मीना शॉल हैं। पश्मीना में भी अलग-अलग तरह की पूरियां बनाई जाती हैं। इनमें से एक है जामा वर्कशॉप, जो पश्मीना शॉल पर जाने वाली एक थैली है। इस एक शॉल को बनाने में 6 महीने से 1 साल का समय लगता है। आगे बताया, इस मेले में हम सबसे ज्यादा स्ट्रेच पश्मीना शॉल लेकर आए हैं, जिसे तैयार करने के लिए बांस की सींक का प्रयोग किया जाता है। इसे तैयार करने में पूरा एक साल लग रहा है.
पश्मीना की कीमत 10 हजार से ज्यादा
पश्मीना शॉल की बात करें तो साधारण शॉल की कीमत 10 हजार से शुरू होती है। पेस्ट्री वाली शॉल की कीमत 27 हजार है. वहीं, प्योर रेशम के शॉल की कीमत 65 हजार रुपये है।
तीन तरह के टेस्ट से पहचानें असली पश्मीना
रियाज़ ने बताया, पश्मीना शॉल को अचयनित करने के तीन खास तरीके हैं। इसे सबसे पहले लैब टेस्ट से पास किया गया है। हैंडलूम पर बने शॉल में अगर छेद भी हो जाए तो वह आपको भर देता है। इसके साथ ही इसकी पकौड़ी हुक वर्कशॉप में भी नहीं दिखती. इसमें सिर्फ पेपरमेशी और होजरी का काम होता है। पश्मीना शॉल एक अंगूठी से भी पार हो जाता है और कितने भी टुकड़ों में टूटता नहीं है।
पहले प्रकाशित : 9 दिसंबर, 2024, 21:29 IST