
पहले बैंक से आई न्यूज, फिर ‘सीबीआई’ ने दिया झटका, लगा ₹55800 में नई मुसीबत, लेकिन सच है जन साक्ष्य
अपराध समाचार: फिलाफी के ई. कैलाश में रहने वाली ताशी उस दिन घरेलू कार्य में कुछ परीस्थितियां ही अस्त थीं। उस दिन कुछ दूरी पर पड़े मोबाइल फोन की घंटियाँ लगातार बजे ही जा रही थी। ताशी ने मोबाइन फोन काउंटर पर देखा तो सुपरमार्केट बैंक ऑफ इंडिया पर स्टॉक एक्सचेंज का नाम नजर आ रहा था। फोन पर दूसरी तरफ मौजूद टेलीकॉलर एजेंट ने बताया कि वह मार्टनेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रमुख कार्यालय से बोल रहा है और उसने याशी के नाम पर सुल बिजनेस मार्केट (हैदराबाद) स्थिति पर कॉल किया है, जो कि ईशन्यूज क्रेडिट कार्ड की जानकारी के लिए है। है.
कथित गैरकानूनी बैंक के टेलीकॉलर एजेंट से बातचीत करने के बाद कुछ पल के दृश्य ही थे, याशी के मोबाइल की घंटी एक बार फिर बजने लगी। फोन उठाने पर दूसरी तरफ मौजूद शेख ने कहा कि वह सेंट्रल ब्युरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) से बोल रहा है। उनका नाम जारी क्रेडिट कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग में गुप्त पाया गया है, जिसे देखकर डिजिटल एअरपोर्ट किया जाता है। यह सुनने के बाद याशी के हाथ पैर फूल गए। कुछ देर बाद फोन करने वाले शेख़ ने खूब डराया, फिर मामला सुल्ताने के नाम पर निगोश करने लगा। फाइनल में, याशी से इस मामले को सुल्ताने के नाम पर 58500 रुपये ले लिए गए।
राज-प्रोफेसन से जुड़े मिले ठगों के तार
जेब से 58500 रुपये नकल के बाद याशी को समझ आया कि वह डगी का शिकार हो गया है। आशय, वह भागी-भागी पुलिस अभिलेखन नमूना। साउथ ई-डिस्ट्रिक्ट के साइबर पुलिस मुख्यालय पर याशी की याचिका पर मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई। जांच के दौरान, मनी फ्लो स्टार्टअप पर पता चला कि याशी के खाते से अरेस्ट वाला नागाउर (राजस्थान) के डेगाना के आरएमजीबी बैंक में किसी यूसुफ खान के नाम की दुकान स्थापित हुई है। सी रिजर्व और बैंक आरबीआई का एनओ कारोबार करने के बाद पुलिस को पता चला कि यूसुफ खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले के माँ प्रतिमारामाइंड का नाम सामने आया
बेघरों के कबाड़े से मोबाइल फोन, चेक बुक और उस पैकेट की पासबुक पर जबदत कर ली गई, जिसमें गरीबों की सूची बनाई गई थी। पूछताछ के दौरान, यूसुफ खान ने बताया कि डिजिटल एरे सुपरमार्केट के शेयर्स को उसके बैंक में जमा कर दिया गया था। बाद में, उसने इस नोट को अपने दोस्त के दोस्त के रूप में मान्यता दे दी थी। यूसुफ के खुलासे के बाद साउथ ई मराठा डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने अब बुनियादी ढांचे की तलाश शुरू कर दी है।
पहले प्रकाशित : 10 दिसंबर, 2024, 18:14 IST