
फैक्ट्री में बेकरी उत्पाद कैसे तैयार होते हैं? जान कुकीज सीक्रेट, यहां बन रहे 18 से 20 तरह के कुकीज
जहानाबाद : कुछ करने की चाह तो निकल भी जाती है। ये जहानाबाद के तेहटा की रहने वाली प्रीति रानी पर अमीरी की बात बैठती है. वह पहली बार गृहिणी बनकर घर का कार्यकारी सहायक बनी रही। हालाँकि, पति के एक प्रयास से आज उनका नाम जिले के प्रतीक के रूप में रखा जा रहा है। वह आज यहां बेकरी का बिजनेस कर रही हैं। इसमें उनके पति रंजीत कुमार गुप्ता का भी पूरा सहयोग है। उन्होंने बेकरी व्यवसाय की शुरुआत पिछले साल की थी. तब से अब तक व्यापार अच्छा चल रहा है। प्रीति रानी ने इस बिजनेस की शुरुआत राज्य सरकार से मिलने वाले सहयोग के माध्यम से की थी। धीरे-धीरे बेकरी का बाजार बढ़ता जा रहा है।
बेकरी प्लांट लग जाने से यहां के 10 से 15 लोगों को रोजगार मिल गया है. इस प्लांट में काम करने वाले लोग सब आस पास के ही हैं। लोकल 18 से बात करते हुए रंजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि सबसे पहले इस बिजनेस को शुरू करने का मन बना लिया था. हालाँकि, पिछले साल सफलता मिली जब हमारी पत्नी को सरकारी लोन मिला। इसके बाद फिर से शुरू किया गया. हमारे इस प्लांट में कई उत्पाद तैयार हो रहे हैं। हम अभी बेडरोटी और 18 से 20 तरह के रिज्यूमे तैयार कर रहे हैं। प्रति दिन उत्पादन क्षमता की बात करें तो 2 सामान्य तक उत्पादन हो रहा है। हमारे यहाँ से टेकरी, बेला, मखदुमपुर, अरवल सहित कई शहरों में माल उपलब्ध कराया जा रहा है। हरेक काम को पूरी तरह से माइक्रोवेव से डाउनलोड किया जाता है।
कैसे तैयार होते हैं बेकरी के उत्पाद
बेकरी प्लांट में उत्पाद तैयार करने वाले मिस्त्री ने बताया कि किसी भी उत्पाद को तैयार करने का पूरा सेट अप लगा दिया गया है। हर स्टेप चीज़ बाय स्टेप तैयार होती है। एक बादाम बिस्किट तैयार करने के लिए सबसे पहले डालडा और चीनी मिलाते हैं और मशीन में इसे थोड़ी देर से मिलाने के लिए छोड़ देते हैं। इसके बाद क्रीम का निर्माण होता है। वहीं, जब क्रीम मिक्स हो जाता है तो उसमें मैदा मिक्स हो जाता है और कुछ समय पहले तक इसे मिक्स होने के लिए छोड़ दिया जाता है। जब पूरी तरह से मिल जाता है तो इसे मशीन से स्टॉक टेबल पर रख दिया जाता है। वहां बिस्कुट के आकार में काट दिया जाता है। फिर इस कटे हुए बिस्किट को खांचे में रख दिया जाता है.
एक अनदेखे में कितने पीस बिस्किट
मिस्त्री ने आगे बताया कि जब सब आम हो जाते हैं तो इसे फिर से खचेदार गोदाम में कोयले के लिए छोड़ दिया जाता है। इसके बाद जान आउट नॉस्कुलर है तो पूरी तरह से तैयार रहता है। फिर से डाउनलोड में पैक किया जाता है. एक में 12 पीस बिस्किट रहता है. एक बिस्किट की कीमत 5 रुपये है. इस तरह से पूरी प्रक्रिया करने में 2 घंटे का पूरा वक्त लगता है। टेहटा में यह बेकरी स्वामी विवेकानंद स्कूल के करीब है। इसकी शुरुआत पिछले साल 27 फरवरी को हुई थी। तब से आज तक पूरी तरह से संचालित हो रहा है। यहां सुबह 8 बजे से काम शुरू होता है और रात 9 बजे तक काम रहता है।
टैग: बिहार समाचार, जहानाबाद खबर, स्थानीय18
पहले प्रकाशित : 17 दिसंबर, 2024, 13:39 IST