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‘कीचड़ उछालने में…’ हंसल मेहता ने सफाई दे खत्म की बात, TAPM को लेकर हुई थी अनुपम खेर से बहस

मुंबई। देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बनी फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर'(TAPM) को लेकर अनुपम खेर और फिल्ममेकर हंसल मेहता के बीच नोंकझोंक हुई. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौत के बाद, पत्रकार वीर सांघवी ने अनुपम खेर स्टारर 2019 की फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ की आलोचना की. हंसल मेहता ने उनसे सहमति जताई, लेकिन अनुपम खेर इससे नाराज हो गए. उन्होंने बताया कि हंसल खुद इस फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर थे. फिल्म निर्माता ने उनके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वीकार किया कि उन्होंने गलती की है.

अब हंसल मेहता ने पूरी स्थिति पर अपना फाइनल पक्ष रखा और इस विवाद को खत्म करने का इशारा दिया. उन्होंने एक्स पर हिंदुस्तान टाइम्स को दिए अपने इंटरव्यू का एक लिंक शेयर किया. इस इंटरव्यू में उन्होंने अनुपम खेर संग हुए टकराव पर उन्होंने चर्चा की. इसके कैप्शन में लिखा, “इस ट्रोल फेस्ट पर मेरे अंतिम शब्द.ओवर एंड आउट.”

‘गड़बड़-डबल स्टैंडर्ड से…’ अनुपम खेर-हंसल मेहता ने पहले दी मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि, फिर की इस बात पर लड़ाई!

हंसल मेहता ने इंटरव्यू में कहा कि वह अपनी सफलताओं और असफलताओं दोनों की जिम्मेदारी लेते हैं. उन्होंने आत्म-चिंतन और आत्मनिरीक्षण के महत्व पर जोर दिया. वह मानते हैं कि पिछली गलतियों को पहचानना उनका अधिकार है. उन्होंने कहा,”आत्म-चिंतन करना, आत्मनिरीक्षण करना और पीछे मुड़कर देखना कि मैंने गलती की है, यह मेरा विशेषाधिकार है.”

हंसल मेहता ने आगे कहा,”करियर में ऐसे समय आते हैं जब आप अपने प्रोफेशनल ड्यूटी को फॉलो करते हैं. भले ही आप असहमत हों या आपको सौंपे गए काम पर नियंत्रण न हो. आत्म-चिंतन से मुझे उम्मीद है कि भविष्य में निर्णय लेने में कम गलतियां होंगी.”

अनुपम खेर पर कीचड़ नहीं उछालेंगे हंसल मेहता

हंसल मेहता ने आगे कहा कि मनमोहन सिंह के निधन ने उन्हें यह दुख व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया. हालांकि, टकराव के बावजूद, उन्होंने कहा कि वह उनका सम्मान करते हैं और किसी भी तरह की कीचड़ उछालने में शामिल नहीं होंगे. उनका मानना ​​है कि अनुपम खेर को जिस बात से चिढ़ हुई, वह वीर सांघवी द्वारा ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ की आलोचना से उनकी सहमति थी.

अनुपम खेर को बताया सीनियर

“यह गलत समय पर और अनावश्यक माना जा सकता है, लेकिन इसने मेरी कुछ भावनाओं को दोहराया. मिस्टर खेर सीनियर हैं और मैं उनके खिलाफ किसी भी तरह की कीचड़ उछालने या उनकी राय का सहारा नहीं लूंगा. मेरे उनके साथ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उनके मिलनसार स्वभाव और कमिटमेंट के कारण उनके साथ काम करने की प्रक्रिया सुखद रही. यह कहने के बाद कि मैं अक्सर आत्म-आलोचनात्मक रहा हूं और मैं ऐसा ही हूं.”

टैग: Anupam kher, Manmohan singh

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