
तीसरी बनी आंखों के पहरे में रहेगा यूपी का ये शहर, सुरक्षा को लेकर खास प्लान, जानिए
ग्रेटर: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर सिक्योरिटी एवं ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए हाई रिजोल्यूशन कैमरे की स्थापना की गई है। ग्रेटर अथॉरिटी की ओर से खास प्लान तैयार किया गया था, जो अब तैयार हो गया है। इन कैमरों की मदद से न केवल क्लास के नंबर और रंग बल्कि बैठे व्यक्तियों की पहचान भी आसानी से की जा सकती है। सिटी प्रोजेक्ट के तहत 356 जगह पर 2,739 कैमरे जाएंगे। ये सभी नए साल तक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जुड़ेंगे।
ग्रेटर अथॉरिटी के जिम्मेदार अधिकारियों ने स्थानीय 18 से फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी कैमरे जूम इन आउट टिल्ट एपडाउन जैसे उच्च तकनीक से लैस होंगे। इससे आपराधिक मान्यताओं और अन्य घटनाओं की वास्तविक समय पर निगरानी संभव होगी। कैमरे के माध्यम से शहर के संवेदनशील रेखा में हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
इंटीग्रेटेड कोलैबोरेटरी सिस्टम लागू
एफजी ग्रेटर में भी क्रोमियम सिस्टम लागू किया गया। इस सिस्टम को सेफ सिटी प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा। सरकारी कार्यालय में टावर वन के पहले स्थान पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग संस्थाओं से 700 से अधिक प्रश्न पूछे गए हैं, उत्तरों के आधार पर कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इन कैमरे की मदद से अपराध पर निगरानी रखी जाएगी
अधिकारियों ने आगे बताया कि हाई रिज़ोल्यूशन कैमरों की मदद से अब अपवित्रता में लगाम बंधक बनाया गया है। ग्रेटर अथॉरिटी का मानना है कि यह सबसे पहले शहर में सुरक्षा का स्तर है। साथ ही लोगों को एक सुरक्षित वातावरण मिल। नये वर्ष तक इस परियोजना के प्रमुख चरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पहले प्रकाशित : 29 दिसंबर, 2024, 18:42 IST