मध्यप्रदेश

अब इंदौर में लें जंगल जापान का मजा, चिड़ियाघर में 14-डी थिएटर और 14-डी थिएटर भी मौजूद हैं

घर: इंदौरवासियों के लिए एक बड़ा प्लेयर है। अब शहर के कमला नेहरू संग्रहालय (मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर) 14-डी थिएटर और वर्चुअल जंगल जापान का अनुभव होगा। यह प्रोजेक्ट बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए रोमांच और ज्ञान का अद्भुत संगम साबित होगा।

इस नए थिएटर और वर्चुअल जापान की विशेषता यह है कि इसमें दर्शकों को केवल स्क्रीन पर जंगल का दृश्य नहीं दिखता, बल्कि वह वास्तविक रूप में भी महसूस होता है। इस प्रोजेक्ट का कार्य जून-जुलाई 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।

14-डी थिएटर और साधारण साजन क्या है?
14-डी थिएटर और वर्चुअल जापान टेक्नोलॉजी के जरिए दर्शकों को ऐसा अनुभव कराया जाएगा, जैसे वे असल में जंगल में मौजूद हों।

360 डिग्री का अनुभव:
शो के दौरान दर्शक 360 डिग्री तक घूमेंगे।
असल में:
जैसे अगर जंगल में हवादार पौधे हों तो दर्शक भी उन्हें महसूस करेंगे। बारिश, कोहरा, और मलबे की ऐसी मस्जिद, मानो सब आपके आस-पास ही हो।
जंगल के जीव-जन्तु:
स्क्रीन पर जाने वाले बीस्ट वास्तविक यथार्थवादी दर्शकों की रोमांचित हो जायेंगे।
प्रोजेक्ट की मुख्य बातें

जीव संग्रहालय के मुख्य द्वार के पास 7000 वर्ग फीट में यह ओपन थिएटर बनाया गया है।
लागत:
इस प्रोजेक्ट पर करीब 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
क्षमता:
थिएटर में एक बार में 40 सेट हो सकते हैं, और जरूरत पड़ने पर लोगों को इसकी मात्रा भी मिल सकती है।
तकनीकी उपकरण:
दर्शकों को 3-डी के क्लासिक उदाहरण मिलेंगे, जिससे वे शो का असली मजा ले लेंगे।
अनुभव के लिए दर्शकों
डॉ. देवालय संग्रहालय के प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि यह परियोजना दर्शकों के लिए जंगल और पर्यटक संघ से जुड़ने का एक अनूठा अवसर होगी।

बच्चों को प्रकृति के करीबियों और समानताओं की जानकारी देने के लिए यह एक शुरुआत का अनुभव होगा।
आभासी साक्षी में बच्चे और बड़े सभी जंगल के रोमांच का आनंद ले सकते हैं।
टिकट की कीमत और शो के नियम
प्रवेश शुल्क:
टिकट की कीमत बच्चों और बड़ों के लिए अलग-अलग होगी। इसे 50 से 70 रुपये के बीच रखने पर विचार किया जा रहा है।
प्रतिबंध:
रेज़िथ को ध्यान में रखते हुए गर्भवती महिलाओं और हार्ट स्ट्राक को शो में भाग लेने की मात्रा नहीं होगी।
शो की फिल्में:
वाइल्डलाइफ़ और विज्ञान आधारित फ़िल्मों को यहां दिखाया गया है, जो हर उम्र के दर्शकों के लिए दिलचस्प है।
14-डी अनुभव का विज्ञान
14-डी तकनीक में विभिन्न प्रकार के प्रभाव दर्शकों को वास्तविक अनुभव का निर्माण करते हैं।

3-डी: लंबाई, गहराई और चौड़ाई के साथ दृश्य पास में दिखता है।
4-डी: कुर्सी की छूट का एहसास होता है.
5-डी: पानी, कोहरा और बारिश का अनुभव होता है।
6-डी: कुर्सी के नीचे से हवा चलने का नुकसान।
7-डी: दुःख का अनुभव.
14-डी: इन सभी इफेक्ट्स को मिलाकर ऐसा प्लास्टर बनाया जाता है, मानो आप जंगल में ही हों।
घर के लिए क्या होगा खास?
यह थिएटर-व्यवसायियों को घर बैठे जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव देता है। पर्यावरण एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करना। बच्चों के लिए यह एक स्टार्टअप और मनोरंजक गतिविधि साबित होगी।

टैग: इंदौर समाचार, स्थानीय18, मध्य प्रदेश समाचार

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