
बिहार में अब ऐसी हो रही जमीन की खरीद-बिक्री, लोगों ने कहा- ‘पहले वाला नियम ज्यादा सही, इसमें तो…’
धारा:- बिहार में बदलाव का दौर जारी है. ऐसे में पुराने युनिवर्सिटी को मंजूरी दी जा रही है। इसी कड़ी में भूमि निबंध के कार्य को भी 16 दिसंबर 2024 से ऑफ़लाइन किया गया है। सरकार के निर्देशों में अगर देखा जाए, तो ऑनलाइन भूमि खरीद-बिक्री प्रक्रिया को पारंपरिक प्रक्रिया से आधुनिक, सुरक्षित और तेज़ बनाया गया है। यह न केवल लोगों का समय बचाता है, बल्कि निर्माण और धोखाधड़ी को भी कम करता है। असल, ऑफ़लाइन पोर्टल्स पर भूमि का विवरण, मालिकाना हक और दस्तावेज़ उपलब्ध हैं, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बेहद कम होती है। इतना ही नहीं, भूमि के रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से प्रमाणित किया जा रहा है। ऐसे में लोकल 18 ने फ़्लोरिडा डिस्ट्रिक्ट्स के डिस्ट्रिक लैंड्स एसेंशियल ऑफिस मंझौल से इसकी जांच की।
पहले एक दिन में हो गया था काम
भूमि निबंधन कार्यालय मंझौल में भूमि निबंधन कार्यालय आये अब्दुल मन्नार ने बताया कि हम दो दिनों से निबंधन के लिए आ रहे हैं। अब लगता है तीसरा दिन भी आना। वहीं अन्य लोगों ने बताया कि पहले एक दिन में ही जमीन की खरीद-बिक्री करके घर वापसी की जाती थी। ऑनलाइन प्रक्रिया होने में एक दिन से लेकर तीन दिन का समय लग रहा है। इससे गरीब परिवार के लोग जो जमीन खरीदने-बेचने आते हैं, उन्हें एक दिन के बदले तीन-तीन दिन का गाड़ी भाड़ा सहित अन्य खर्च छोड़ देते हैं। रजिस्ट्रीकरण दस्तावेज़ों की नज़र से देखा जाए, तो ऑफ़लाइन प्रक्रिया थोड़ी जटिल हो गई है। लेकिन इस प्रक्रिया में फ़र्ज़ीवाड़ा बिल्कुल भी नहीं होगा।
ये भी पढ़ें:- जनता की राय: अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं…प्रशांत किशोर पर भड़के यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट, कह दी ये बात
स्क्रीनशॉट बुक करने के बाद नंबर आता है
भूमि निबंध करवा रहे कातिब रामबहादुर सहित अन्य लोगों ने लोकल 18 को बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया में पहले दिन तीर्थ स्थापना के बाद रजिस्ट्री के लिए प्लॉट बुक करना है। स्कैप बुक करने के बाद नंबर दूसरे या तीसरे दिन आता है। इसी कारण से यह प्रक्रिया जटिल सी लगती है। निबंध की नई प्रक्रिया को लेकर बताया गया कि निबंधन कार्यालय में आने के बाद भूमि नामांकन के समय आधार कार्ड और भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र का ऑनलाइन आवेदन जारी किया जाता है। इस प्रक्रिया से भूमि विवाद और नकली अचल संपत्ति के उपयोग पर रोक लगाई गई। स्टाम्प पेपर के स्थान पर अब इलेक्ट्रॉनिक स्टाम्प की सुविधा अनिवार्य कर दी गई है, जिससे स्टाम्प पेपर की प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और धारित होगी।
टैग: बेगुसराय समाचार, बिहार समाचार, स्थानीय18
पहले प्रकाशित : 8 जनवरी, 2025, 22:41 IST