क्राइम

मुंबई वास्तु विशेषज्ञ 67 लाख के निवेश घोटाले के फर्जी ट्रेडिंग ऐप विवरण में फंस गए

मुंबई: घोटाले के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। अब एक और ऐसा मामला सामने आया है जहां भविष्य की सांवरने वाली महिला ने ही दिग्गजों का शिकार बना लिया। महाराष्ट्र के मुंबई के सांताक्रूज में रहने वाले 54 साल के वास्तु विशेषज्ञ (वास्तु विशेषज्ञ) को 67.25 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। ‘लॉर्ड एबेट’ नाम की फ़र्ज़ी ट्रेडिंग फर्म ने भारतीय और अमेरिकी शेयर बाज़ार में इन्वेस्टमेंट (निवेश) के नाम पर धोखाधड़ी की। उन्हें ट्रेडिंग ऐप पर 1.43 करोड़ रुपये की ज़ब्ती का खुलासा हुआ था, लेकिन जब उन्होंने डिजिटल निकासी की कोशिश की, तो उनका खाता ब्लॉक कर दिया गया।

कैसे हुई कंपनी?
बता दें कि मूल निवासी मीना गुप्ता ने अपने स्थायी निवेश को कई गुना बढ़ा दिया है। भारतीय शेयर बाजार में निवेश के नाम पर उन्होंने पैसे डलवाए। जिसके बाद विजय शर्मा और करण मेहराज ने खुद को मुख्य स्थिरांक वाले फोन कॉल और वीडियो सेशन के जरिए पीड़ित को दिखाया। उन्होंने एक अनोखे ग्रुप में शामिल होने का फैसला किया, जहां वेस्टमेंट के लिए 67 लाख रुपये डलवाए गए।

फ़र्ज़ी ट्रेडिंग ऐप का खेल
बुज़ुर्ग ने ‘एलएचए’ ऐप के माध्यम से पीड़ितों को मुनाफ़ा का लालच दिया। ट्रेडिंग के हर सत्र के बाद 10% से 300% तक का प्रोफिट दिखाया गया।

रेलवे पेसेंजर पर सच्चाई
27 मई 2024 को पीड़ित ने 1.43 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की, पैसा भी नहीं आया। इसके बाद यूक्रेन ने पीड़ितों का रेफ्रिजरेटर डाउनलोड कर दिया और सभी संपर्क बंद कर दिए।

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जालसाजों की नई पहचान
जांच में सामने आया कि चौथे ने अपनी पहचान बदल ली। मीना गुप्ता ‘उर्वी साकार’, करण मेहरा ‘आयुष्मान दास’, और विजय शर्मा ‘शरणजीत सिंह’ बन गए। जासूस चोरानिया ने कहा, ”ये लोग फर्जीवाड़े के लिए लोगों को फंसाते हैं और बड़ी नकदी जमा करने के बाद उन्हें ब्लॉक कर देते हैं।” इसमें ली गई फर्जी वेबसाइट और नए बैंक का पता लगाया गया है। मामले की जांच जारी है।” साइबर पुलिस स्टेशन में दस्तावेज दर्ज किया गया है।

टैग: स्थानीय18, विशेष परियोजना

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