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नर्सरी एडमिशन दिल्ली में 100 से 50 अंक लाने वालों को पहली सूची में जगह मिली है। -अमर उजाला हिंदी न्यूज़ लाइव

नर्सरी एडमिशन दिल्ली में 100 से 50 अंक लाने वालों को पहली लिस्ट में जगह मिली है।

वार्षिक किराया
– फोटो : अमर उजाला

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दिल्ली के 1700 से अधिक निजी सैनिकों ने अकादमी सत्र 2025-26 के तहत अकादमी में शामिल होने के लिए शुक्रवार को पहली सूची और पुनरावृत्ति जारी कर दी। इससे किसी को खुशी मिली है तो किसी को गम। अधिकांश ईसाइयों की सूची में शामिल हैं – अन्यजातियां (नेबरहुड), भाई-बहन (सिबलिंग सूची), एल्युमिनाई (पूर्व छात्र) मानक के अंकों ने ही बच्चों की सीट पक्की की है। पहली सूची में 100 से 50 अंक प्राप्त करने वालों को ही इसमें जगह मिली है। वहीं, कुछ बच्चों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।

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दिल्ली के निजी स्कूलों में शुक्रवार को पहली सूची जारी हुई जिसमें वहां मौजूद मंदिरों की भीड़ देखने को मिली। अभिभावक दस्तावेज़ प्रपत्र, फ़ेस के संबंध में जानकारी नीचे देखें। ऐसे कई अभिभावक रह रहे हैं जिनमें पहली सूची से लेकर अंतिम संस्कार तक शामिल है। कई प्रतिमाओं में उत्कृष्ट 10-15 शिल्पों को लागू किया गया था, लेकिन कई बच्चों का नंबर न ही पहली सूची में आया और न ही कोई प्रतिस्पर्द्धा सूची में जगह मिली है। यूनिवर्सल को यह पता नहीं चल रहा है कि कितने स्कूल में आवेदन करने के बाद भी उन्हें सूची में जगह क्यों नहीं मिली है। इस कारण से बेरोजगारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

सूची में नाम नहीं आने से दशमांश

सूची में नाम नहीं आने पर द गार्जियन लॉटरी को लेकर याचिका दायर की जा रही है। राक्षस का कहना है कि जब लॉटरी चली तो उन्हें बुलाया नहीं गया। कुछ मोटरसाइकिलों को लॉटरी गुपचुप तरीके से हटा दिया गया। एक अभिभावक दीपेंद्र ने कहा कि उनके पास केवल नेबरहुड के ही बच्चे थे, अगर उनके बच्चे का सहोदर (भाई-बहन) और एल्युमिनाई (पूर्व छात्र) का बच्चा मिल जाता तो दाखिला ले लेता। वह भाई-बहन व पूर्व छात्र मानक के अंक होने के कारण रह गए। एक अभिभावक दीप्त्ति ने कहा कि उन्होंने पूर्वी दिल्ली के 10-12 सिक्कों में आवेदन किया था। न ही सूची में पहली बार और न ही सूची में बच्चे का नाम आया है।

आवेदन के लिए दो स्कूलों में नाम आया

निहाल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए 15 स्कूलों में आवेदन किया था। उनकी बेटी के लिए दो स्कूल में नाम आया। जहां नाम आया है वहां पर अधिक फीस होने के कारण उन्होंने बिना सूची के ही किसी अन्य स्कूल में कम फीस के साथ दाखिला लिया है। कुछ सपनों की किताब में कहा गया है कि वह अपने भाई-बहन और पूर्व छात्रों के मानक के साथ अपने पास से मिलने के लिए रुक रही थी। साथ ही कई दशमांश जागीरें भी हैं जो स्कूल से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और उनकी सूची में जगह नहीं मिली है।

स्कूल ने 100 से 50 लोगों को जगह दी

ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल ने 90 बच्चों की सूची जारी की है। इसमें 88-56 अंक प्राप्त करने वालों को ही स्थान मिला है। स्कूल में 50 अंक, पूर्व छात्रों के लिए 12 अंक, भाई-बहन के लिए 26 अंक दिए गए हैं। वहीं स्कूल ने 50 अंक प्राप्त करने वाले 175 बच्चों को प्रतिस्पर्द्धा सूची में रखा है। आईटीएल पब्लिक स्कूल ने 90-80 अंक पाने वाले 44 बच्चों को पहली सूची में जगह दी है। अब उन्हें 31 जनवरी तक नामांकन पूरी तरह से करने के लिए कहा गया है। वहीं समर फील्ड स्कूल ने 169 बच्चों की सूची के आधार पर 75 अंक प्राप्त करने वाले बच्चों के लिए लॉटरी निकाली है। वहीं, सूची में 100 बच्चों की सूची रखी गई है।

दूसरी सूची तीन फरवरी को जारी होगी

पहली सूची व प्रतीक्षा में सूची का नाम नहीं आने वाली सूची को अब दूसरी सूची से दर्शाया गया है। दूसरी सूची तीन फरवरी को जारी होगी। साथ ही प्रतीक्षा सूची भी जारी की जाएगी। 26 फरवरी को बेघरों की तीसरी सूची जारी हो सकती है।

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