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पब्लिक ओपिनियन: कारोबारियों के इंतजार के बाद बनारस-समस्तीपुर मार्ग पर आरओबी का ढांचा, फिर भी असमंजस में लोग?

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जनमत : प्रगति यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने गरीबों को एक मौका दिया है. डूबे-दरभंगा मार्ग पर आरओबी का निर्माण कराया जाएगा। इस मामले में जब लोकल 18 ने लोगों से बातचीत की तो वहां असमंजस की स्थिति देखी गई।

एक्स

जनता

जनता की राय

हाँ : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुक्तापुर रेलवे गुमटी पर 99.23 करोड़ की लागत से एक बड़ी स्वतंत्रता के रूप में प्रगति यात्रा की, राष्ट्रीय उच्च मार्ग संख्या 322 के तहत आशुतोष-समस्तीपुर रेल खंड, मुक्तापुर-किशनपुर जंक्शन के बीच आरोबी (रेल ओवर ब्रिज) ) का निर्माण किया गया। यह योजना बारों से स्थानीय लोगों की जा रही मांग का परिणाम है, जिसे लेकर कई बार आवेदन भी दिए गए थे।

स्थानीय लोग क्या कहते हैं?
इस मामले पर लोकल 18 की टीम ने स्थानीय लोगों से मुलाकात और बातचीत की। आइये जानते हैं स्थानीय क्या बोलते हैं…

पहले व्यक्ति का बयान…कृष्ण प्रसाद लाइफ ने बताया कि जिस जगह का जीर्णोद्धार किया गया था, वहां उक्त उक्त योजना का बोर्ड था, जो अब गायब है। यह स्थिति लोगों के मन में संदेह उत्पन्न कर रही है।

दूसरे व्यक्ति का राय…प्रेम कुमार सिंह ने कहा कि रैक प्वाइंट बनने के बाद यहां जाम की स्थिति और भी खराब हो गयी है. उन्होंने कहा कि जिस प्रोजेक्ट का बोर्ड यहां लगाया गया था, मुख्यमंत्री जी के लौटते ही बोर्ड भी गायब हो गया। उन्होंने कहा कि लेकिन अब देखना कि योजना पूरी होगी या नहीं। इस दौरान योजना का बोर्ड तुरंत गायब हो गया, जिससे लोग चिंतित हो गए।

तीसरे व्यक्ति का बयान...यज्ञ कुमार को उम्मीद है कि 99% संभावना है कि यहां आरओबी बनेगा। उन्होंने कहा कि जाम के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और ओवरब्रिज बनने से स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली है।

चौथे व्यक्ति का यह कथन है...सुरेंद्र दास ने कहा कि डिटेक्शन के कार्यक्रम का बहुत अच्छा प्रचार किया गया था, लेकिन जब मुख्यमंत्री का कार्यक्रम समाप्त हुआ, तो सड़क पर सफाई-सफाई की स्थिति खराब हो गयी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से कोई बातचीत नहीं की. उन्होंने यह भी कहा कि यह निगम नगर क्षेत्र के अंतर्गत आता है फिर भी यहां मुख्यमंत्री के आगमन से पहले प्रतिदिन साफ-सफाई नहीं की जा रही थी अब देख सकते हैं कि किस तरह का ग्रुप का अंबार लगा है।

बता दें कि यहां की स्थिति स्पष्ट है कि जनता को इस योजना से बड़ी छूट मिली है, लेकिन नोटबंदी के बाद किए गए वादे और घोषणाएं उनके विश्वास को प्रभावित कर रही हैं।

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शहरवासियों के इंतजार के बाद तारामंडल-समस्तीपुर मार्ग पर आरओबी का ढाँचा, असमंजस में लोग

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