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सैफ अली खान केस: ट्रेन की जनरल बोगी में बंद था रेलवे स्टेशन, बैग पर आरपीएफ की नजर, फिर तुरंत देखा चेहरा और…

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सैफ अली खान पर हमला मामला: सैफ अली खान पर हमले के मामले में 31 साल के संदिग्ध आकाश कैलानिया को जेल में डाल दिया गया है। इस बेहतरीन बदमाश के दोस्त जाने की कहानी भी बेहद फिल्मी है…

ट्रेन के जनरल नासिक में रेलवे स्टेशन पर तैनात था स्पेशल रेलवे स्टेशन, आरपीएफ के बैग पर नजर, फिर...

सैफ़ अली खान पर हमले के मामले में 31 साल के संदिग्ध आकाश कैलानिया को दुर्ग से हिरासत में लिया गया है।

उत्तर

  • सैफ़ अली खान को हमले की धमकी देते हुए पकड़ा गया।
  • बुज़ुर्ग बिना टिकट के ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थी।
  • आरपीएफ को उसके पास से कोट में बैग मिला।

सैफ़ अली खान पर हमले के मामले में 31 साल के संदिग्ध आकाश कैलानिया को दुर्ग से हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने इसे छत्तीसगढ़ के दुर्ग स्टेशन पर ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की जनरल बोगी से पकड़ा है। वह बिना टिकट के ही यात्रा कर रही थी। उसके पास से रेलवे ट्रैक का बैग भी बरामद हुआ है. यह धारणा ही बैग थी, जैसा कि सैफ के घर से मिली सीट पर फंसे हुए यात्रियों के लिए दिखाया गया था। ऐसे में इस बैग को देखकर पुलिस वालों का शक गहरा हो गया।

दुर्ग स्थित गैजेट पोस्ट के अमिताभ बच्चन ने न्यूज18 इंडिया से बातचीत में बताया, ‘हमसे मुंबई पुलिस ने डिटेल शेयर की थी. मुंबई पुलिस ने जो मोबाइल नंबर दिया था, उस पर रिंग करने पर वो संदिग्ध के पास ही बजा। वह क्रीम कलर की शर्ट पहनी हुई थी और उसका पास एक बैग भी था। फिर हमने ट्रेन से पकड़ ली।’

आकाश को न्याय दिलाने वाले अधिकारी ने बताया कि पुलिस वालों ने उनसे पूछताछ की तो पहले उन्होंने कहा कि मैं नागपुर जा रहा हूं। फिर कहा बिलासपुर जा रहा हूँ। इससे उनकी शक की विश्वसनीयता बदल गई और उन्होंने उन्हें राजपत्र में ले लिया। असली खुद को मुंबई के कोलाबा स्थित दीपा नगर का रहने वाला बताया जा रहा है।

जुहू पुलिस स्टेशन ने कार्मिक मोबाइल सुई और फोटो जारी किए
दोपहर 12:24 बजे दुर्ग में हड़ताल पोस्ट के इंस्पेक्टर को जुहू पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक से सूचना मिली कि सैफ अली खान पर हमले के मामले का एक संदिग्ध व्यक्ति ट्रेन नंबर 12101 ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा है। संदिग्ध का मोटरसाइकिल और फोटो भी जारी किया गया।

उस समय ट्रेन गोंदिया और राजानंदगांव स्टेशन के बीच थी। दुर्ग के पोस्ट कमांडर ने तुरंत राजनंदगांव के पोस्ट कमांडर को जानकारी दी और टावर के आभूषणों के साथ फोटो भी दी। लेकिन राजनांदगांव स्टेशन पर हकीकत को नहीं पकड़ा जा सका। फिर दुर्ग स्टेशन पर दो टीमों का गठन हुआ। ट्रेन के दुर्ग पर पहुंच के जनरल डिब्बा नंबर 199317/सी में सिपहसालार सिन्हा, सिपाही श्रीराम मीनार और महिला सिपाही ने पकड़ा।

संदिग्ध की फोटो मुंबई पुलिस को जारी की गई है, पुष्टि की गई है कि यह वही व्यक्ति है। इसके बाद बदमाशों को वीडियो पोस्ट लाया गया, जहां वीडियो कॉल के माध्यम से मुंबई पुलिस अधिकारियों से बातचीत की गई। मुंबई पुलिस की टीम आज रात 8 बजे के लिए शोरूम में पहुंची। असली असली दुर्ग तीक्ष्णता पोस्ट पर कड़ी सुरक्षा है।

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