
खून को पतला करता है मिलेट्स, कई बीमारियों की है ढाल, मिलेट मैन ने बताए इससे जुड़े स्वास्थ्य के राज
एजेंसी:न्यूज18 राजस्थान
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आज देश-विदेश में ज्यादातर बीमारियों की जड़ गेहूं और चावल है. यदि दिनचर्या में मोटे अनाज को शामिल कर लिया जाए, तो 80 फीसदी शारीरिक समस्याओं का हल हो जाएगा.

मिलेट्स
सिरोही. केंद्र सरकार मिलेट्स यानी मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन कार्यक्रम चला रही है. सिरोही जिले के ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में पहुंचे आंध्र प्रदेश के पद्मश्री और मिलेट मैन डॉ. खादर वली ने मिलेट्स से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताया.
पद्मश्री डॉ. वली ने बताया कि अभी हम जो खा रहे हैं, वास्तव में वह मानव के खाने के लायक नहीं है. क्योंकि हमारे स्वास्थ्य, खून का संतुलन इस खाने से बिगड़ गया है. गेहूं, चावल खाने से खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है और खून गाढ़ा हो जाता है. इससे शरीर में कई बीमारियों का खतरा होता है. ग्लूकोज से हमारे शरीर को शक्ति मिलती है, लेकिन गेहूं और चावल खाने से हमारे शरीर में ग्लूकोज के संतुलन को बिगाड़ देता है. डॉ. खादर वली ने बताया कि मिलेट्स (मोटा अनाज) खाने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा संतुलित रहती है, जिससे शरीर बीमारियों से बचा रहता है. श्रीधान्य खाने से हमारा खून पतला होता है और हम बीमारियों से बचे रहते हैं. मिलेट्स का भोजन करने से खून में 5 फीसदी से ज्यादा ग्लूकोज की मात्रा नहीं हो पाती है और हम स्वस्थ रहते हैं.
मिलेट्स में है ये पोषक तत्व
डॉ. खादर वली ने कहा कि मिलेट्स हमारे पुरानी परंपरा से चला आ रहा अनाज है. इसमें विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. मिलेट्स खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है. फाइबर भूख कम करता है और लाइपिड्स को नियंत्रित करता है. वहीं, एंटीऑक्सीडेंट दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं. साथ ही पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है. मिलेट्स में मौजूद विटामिन बी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से बचाते हैं. मिलेट्स में मौजूद मैग्नीशियम हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है. प्रोटीन, कार्ब्स, डाइटरी, फाइबर, कैल्शियम और पोटेशियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. मोटा अनाज ग्लूटेन फ्री होते हैं और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. यदि हम अपने भोजन में मोटा अनाज जैसे- रागी, कुटकी, कंगनी, बाजरा, मक्का, ज्वार आदि शामिल करते हैं तो आधी बीमारियों ऐसे ही दूर हो जाएंगी. डॉ. खादर वली ने कहा कि मोटे अनाज को हम बिना पानी के उगा सकते हैं लेकिन चावल और गेहूं को बिना पानी के नहीं उगा सकते हैं.
Sirohi,Sirohi,राजस्थान
21 जनवरी, 2025, 10:47 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.