
सुबह-सुबह खटाल से दूध लाए लोग,कोए ही भागे अस्पताल,ग्वाले ने 15 दिन तक छुपाया राज!
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शेष जिलों में एक भैंस का दूध पीने के बाद हर किसी अस्पताल की ओर दौड़ने लगा। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो दूध पीने के बाद लोग अस्पताल पहुंच गए? आइए आपको नियुक्त करते हैं.

एक दिन पहले भैंस को गांव के पागल कुत्ते ने काटा था (इमेज- फाइल फोटो)
डुबरा जिले के सबसे निकट स्थित गिरगांव में बफ़ेलो के दूध की वजह से भारी मात्रा में मछली पकड़ी गई। गांव वाले यहां रहने वाले एक गिलास से दूध लेते थे। हर रोज की तरह उन्होंने सुबह दूध लिया। लेकिन हाल ही में उनकी ऐसी सच्चाई सामने आई कि उनके स्मारकों की जमीन खिसक गई। सभी गांव वाले तुरंत अस्पताल की तरफ भागे। स्थिति ऐसी हो गई थी कि अस्पताल में दुकान की लाइन लग गई।
असल में, गांव के रहने वाले 15 पुश्तैनी ने गांव की एक भैंस का दूध हर रोज की तरह पिया था। लेकिन कुछ समय बाद उन्हें गांव के कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने जिस भैंस का दूध पिया है, उसे गांव के एक पागल कुत्ते ने काट लिया। बफ़ेलो रेबीज़ संक्रमण का शिकार हो सकता है। ऐसे में जिन लोगों ने भी भैंस का दूध पिया है उनमें भी यह संक्रमण हो सकता है. बस फिर क्या था, सभी लोग तुरंत अस्पताल की तरफ देखने लगे।
अस्पताल में लगी कतार
इस संक्रमण की वजह से लोगों की जान तक चली गई है. ऐसा चौंका देने वाला दूध पीने वाला ऑल रिएलिटीज का पूरा मामला सामने आ गया और वह सीधे मुरार स्थित जिला अस्पताल क्षेत्र में स्थित हो गया, जहां अस्पताल का स्टॉक बॉन्डकर वह एंटी रैबीज इंजेक्शन रूम के बाहर हो गया। एक साथ तीन लोगों को खड़ा देखा इंजेक्शन रूम रेजिडेंट सीनियर नर्सेंलाइन ऑपरेटर भी हैरान था। जब रिवायत से पूछा गया कि डॉग ने सभी के साथ क्या अनकहा है? तब उन्होंने गांव की बफ़ेलो और जंगली कुत्ते के काटने वाले के बाद उसके दूध पीने की पूरी कहानी बताई।
चिंता की बात नहीं है
रिवोल्यूशनरी सारी बात के बाद सीनियर नर्स रेखा रेक्टर ने रिएलिटी को बताया कि अगर उन्होंने बफ़ेलो का डॉल दूध पिया है तो उन्हें किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा नहीं है। रेबीज इंफेक्शन की ट्राइएल्स से अवशेष ने प्लांट्स फिक्शन कि उन्हें एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया जाए। क्योंकि कुछ ग्रामीण ऐसे भी हैं भैंस का कच्चा दूध पिया है। ऐसे में सभी 15 रॉकेट्स को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद उन्हें आराम की सांस ली।
21 जनवरी, 2025, 12:16 IST