
लिट्टी चोखा महोत्सव: नाइजीरिया में लिट्टी-चोखा की मछली धूम, खाद्य उत्सव में लोगों ने स्वाद के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का लिया मजा
एजेंसी:न्यूज18 बिहार
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लिट्टी चोखा महोत्सव: विदेश की धरती नाइजीरिया में लिट्टी-चोखा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, इस महोत्सव में बिहार के पारंपरिक व्यंजन लिट्टी-चोखा ने लोगों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में भारतीय समुदाय, व…और पढ़ें

नाइजीरिया में लिट्टी चोखा खाने का आयोजन किया
देहा. मिथिला की हृदयस्थली बिहार अपनी लोक संस्कृति और खान-पान में विविधता के कारण विश्व में अपनी एक विशेष पहचान रखती है। देश से लेकर विदेश तक हर जगह अपनी-अपनी खास कला, संस्कृति, भाषा और पारंपरिक पौराणिक कथाओं की वजह से अपहरण के लोग चरित्र में भी मिथिला की संस्कृति का डंका बजाते रहते हैं। इसी तरह की कड़ी में सहायक संगीतकार संजय कुमार झा ने बिहार के पारंपरिक खाद्य पदार्थ लिट्टी-चोखा की वैश्विक पहचान बनाने वाली कंपनी जगजाहिर की है, उन्होंने नाइजीरिया में लिट्टी-चोखा उत्सव का आयोजन कर विदेश में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई है।
देश-विदेश के लोगों को आकर्षित किया
विदेश की धरती नाइजीरिया में लिट्टी-चोखा उत्सव का भव्य आयोजन किया गया, इस उत्सव में बिहार के पारंपरिक व्यंजन लिट्टी-चोखा ने लोगों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में भारतीय समुदाय, साइबेरिया मिथिला क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और अपने देश की संस्कृति और स्वाद का आनंद उठाया।
बिहार की संस्कृति और पहचान का प्रतीक ‘लिट्टी-चोखा’
ग्लोबल फाउंडेशन के महासचिव संजय कुमार झा ने कहा, लिट्टी-चोखा सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति और पहचान का प्रतीक है। उन्होंने यह भी बताया कि नाइजीरिया में इस व्यंजन में भारतीय और विदेशी दोनों लोगों को आकर्षित किया जाता है। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
भारतीय संस्कृति की झलक
भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ खाद्य महोत्सव का भी आयोजन किया गया। पूरी साइट को तिरंगे की थीम से उतारा गया. इस मशीन पर गर्मा-गरम जलेबी और शानदार गुलाब जैमिन ने भी लोगों का दिल जीत लिया। बिहार का यह पारंपरिक व्यंजन अब न केवल देश है, बल्कि चित्रों में भी अपनी पहचान बना रहा है। फ़ुट फेस्टिवल के माध्यम से नाइजीरिया में भारतीय समुदाय को अपने देश की संस्कृति से जोड़ने का अवसर मिला। इस कार्यक्रम के आयोजन से संजय झा वहां रह रहे लोगों के दिल में भी अपनी जगह बना चुके हैं।
मधुबनी,मधुबनी,बिहार
22 जनवरी, 2025, 13:56 IST