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स्तूप और मोनू कौन है? कभी अनंत सिंह के लिए ही करते थे काम, जानिए क्या है शत्रु की वजह – कौन है सोनू मोनू गैंग, कभी मोकामा में अनंत सिंह के लिए करता था काम, क्या है दुश्मनी के पीछे की वजह, जानें पूरी जानकारी

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अनंत सिंह फायरिंग का कारण: बिहार के मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने रविवार को नौरंगा गांव में हुई गोलीबारी की घटना के पीछे सात-मोनू गिरोह का हाथ होने की खतरा पैदा कर दिया है। स्तूप-मोनू गैंग कभी बावली अनंत सिं…और पढ़ें

स्तूप और मोनू कौन है? कभी अनंत सिंह के लिए ही काम करते थे, क्यों बने दुश्मन

बिहार के मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की बुधवार को रिहाई में सलामी-मोनू गैंग का नाम सामने आ रहा है…

पटना. बिहार के मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बुधवार को बमबारी की घटना घटी, जिसे लेकर पूरे इलाके में तनाव फैल गया। इस मामले में स्नैप-मोनू गैंग का हाथ होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने मशीनरी पर बुनियादी जांच शुरू कर दी है और मशीनरी से तीन खोखे बरामद कर लिए हैं। अनंत सिंह पांच महीने पहले जेल से रिहा हुए थे. उन्हें 14 अगस्त 2024 को पटना उच्च न्यायालय ने एके-47 और डीएमके ड्रम जेट मामले में दफन कर दिया था।

स्लाट-मोनू गैंग शुरुआती दौर में बली अनंत सिंह के लिए काम करता था लेकिन अब दोनों के बीच अदावत है। अनंत सिंह और सोनम-मोनू के बीच अदावत की कहानी पंचायत चुनाव में शुरू हुई। असली सलुप्त-मोनू गैंग के परिवार से उसकी बहन नौरंगा जलालपुर पंचायत से पिछड़ा पंचायत चुनाव चाहती थी लेकिन उम्र कम होने का आरोप लगाकर उसे चुनाव से बाहर कर दिया गया। साथ ही सोमनाथ सिंह ने अनंत सिंह की साहा पर सोनम-मोनू की बहन को काफी तंग किया। वह चुनाव में खड़ा नहीं हो पाया. इस बात को लेकर मोनू और स्तूप काफी टूटे हुए थे।

ससुर-मोनू दोनों भाई हैं, गुड्डी सिंह की कोर्ट के बाहर हुई थी हत्या
सुलैमान-मोनू के परिवार के लोगों का आरोप था कि अनन्त सिंह ने उनके परिवार का विरोध किया था और सामुद्रिक सिंह के परिवार का समर्थन किया था। इसके बाद अनंत सिंह के साथ विश्राम से भी सप्लिमेंट-मोनू की दुश्मनी शुरू हो गई। एक और के दुश्मन बन गए. विक्टो की लड़ाई इस किरदार से आगे बढ़ी कि 8 सितंबर 2017 को पटना के फूड कोर्ट में फिल्मी स्टाइल्स में स्टूडेंट स्टूडेंट गुड्डे सिंह की गोलीमार कर हत्या कर दी गई। तृप्ति-मोनू दोनों भाई हैं।

वड़ोदरा सिंह पर दर्ज थे दो किस्से से ज्यादा मामले
जानकारी के मुताबिक, साउदीथ सिंह पर दो भाइयों से ज्यादा मामले दर्ज थे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मरांची स्टेट के पंचमहला गांव के निवासी अनिल महतो और टुनटुन महंत का अपहरण कर उनकी हत्या के मामले में साउदामी सिंह शामिल हुए थे। इस मामले में मरांची कांड संख्या 124 और 125/2016 दर्ज किया गया था. इसी केस में 8 सितंबर 2017 को अनुष्का की पेशी एडिज-2 की कोर्ट में थी। उसी समय स्लैप मोनू ने वड़ोदरा को छलनी कर बेच दिया।

जानकारी के अनुसार परिवर्तन. हाल के दिनों में जब अनंत सिंह जेल से रिहा हुए थे तो सलूट-मोनू और पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथी सुरशने लगे थे लेकिन आज एक बार फिर से विक्ट्री को ये विश्वविद्यालय ले जाना पड़ा। इस गैंगवार के पीछे का कारण अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

नौरंगा गांव में कई पुलिस अधीक्षक हैं
पाटर्न अवकाश अवकाश कुमार ने बताया, पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही ग्रामीण पाटलन एसपी इस पर पूरी जानकारी देंगे। फूड बायोडाटा राकेश कुमार ने बताया कि कुछ देर पहले हमें सूचना मिली थी कि यहां पर शूटिंग हो रही है। इस सूचना पर थान अध्यक्ष तत्काल राज्य में हैं और हम भी यहां आये हैं। यह जानकारी मिली है कि यहां से लूट की घटना हुई थी, जिसमें तीन खोखा हम लोगों ने बरामद किया है. जहां घर पर गोलियां चलाई जाती हैं, उनका एक आवेदन भी दिया जाता है। हम लोग इसमें सभी देशों को शामिल कर रहे हैं और आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’

बताया जा रहा है कि लिटिल मोनू गैंग ने गांव के एक परिवार को बुरी तरह पीटा और घर से बाहर कर दिया। साथ ही घर में ताला जड़ दिया था. इस घटना की सूचना पूर्व अनंत सिंह पीड़ित परिवार से द्वीप पर थी, उसी पर गोली चलाई गई। शूटिंग के बाद सप्लायर-मोनू गैंग के सदस्य गिरोह से अलग हो गए। घटना के बाद से नौरंगा गांव में पुलिस का भारी पहरा है और कई खतरनाक पुलिस तैनात हैं।

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