
बसंत पंचमी 2025: 2 या 3 फरवरी को कब मनाया जाता है बसंत पंचमी का पर्व? जादू के ज्योतिष ने दूर किया भ्रम
एजेंसी:न्यूज18 मध्य प्रदेश
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बसंत पंचमी 2025 सटीक तिथि: हिंदू धर्म में माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस साल की तारीख को लेकर असमंजस बना हुआ है। मुजफ्फरपुर के ज्योतिषाचार्य अमर डब्बावाला ने बताया इस बार बस…और पढ़ें

बसंत पंचमी
शुभम् मरमट/मर्मट: 2 या 3 फरवरी को बसंत पंचमी का पर्व कब मनाया जाता है? जादू के ज्योतिष ने दूर किया भ्रम। हिंदू धर्म में हर तिथि और हर वार का अलग धार्मिक महत्व है। इसी प्रकार माघ मास का भी बहुत महत्व है। अभी माघ मास की शुरुआत हो चुकी है। माघ महीने में कई बड़े पर्व और त्यौहार भी मनाये जाते हैं। उन्ही में से एक बसंत पंचमी का त्यौहार भी है। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है। माता सरस्वती को विद्या की देवी के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन ही ज्ञान की देवी माता सरस्वती प्रकट हुई थीं। हर साल बसंत पंचमी माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार की तारीख को लेकर लोगो में भ्रम पैदा हुआ कि किस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती माता की पूजा की जाए। अमावस्या के ज्योतिष अमराचार्य डबावाला ने यह भ्रम दूर किया है। आइए जानते हैं. बसंत पंचमी कब मनाई जाएगी.
कब मनाई जाएगी बसंत पंचमी
आचार्य पंडित अमर डूबावाले ने बताया कि मास पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि प्रारंभ 02 फरवरी रविवार प्रातः 11 बजे से 53 मिनट बाद ज्योतिष शास्त्र हो रहा है और अगले दिन समाप्त होगा अर्थात 03 फरवरी सोमवार प्रातः 09 बजे 36 मिनट में वाला है. उदयातिथि के अनुसार 03 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार अर्थात सरस्वती पूजा मनाई जाएगी।
बसंत पंचमी पर होती है मां सरस्वती की पूजा
ज्योतिष अमर डूबावाले ने बताया कि ज्ञान की देवी मां सरस्वती माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही ब्रह्माजी के मुख से प्रकट हुई थीं। इसलिए, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। सरस्वती माँ को ज्ञान की देवी कहा जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा करने से मन प्रसन्न होता है। माँ सरस्वती का विधान स्मरण व पूजा करने से भक्त को बुद्धि और विद्या का वैभव प्राप्त होता है।
उज्जैन,मध्य प्रदेश
24 जनवरी, 2025, 17:09 IST