
पद्म भूषण के लिए चुने गए नामांकन पत्रकार राम बहादुर राय, ‘हिंदू’ शब्द ‘हिन्दू’ शब्द ‘हिन्दू’ शब्द को लेकर जापान यात्रा पर निकले
एजेंसी:न्यूज18 उत्तर प्रदेश
आखरी अपडेट:
पद्म भूषण राम बहादुर राय: ज्वालामुखी के सोनारडी गांव में सामुद्रिक राम बहादुर राय का यात्रा प्रेरणा स्रोत है। जापान आंदोलन के बाद 1979 में उन्होंने पत्रकारिता की राह पकड़ी और दिल्ली में ‘जनसत्ता’ के साथ क्रांति की शुरुआत…और पढ़ें

मिर्ज़ापुर से ‘जनसत्ता’ तक: राम बहादुर राय को पद्मभूषण सम्मान मिला
आख़िर. पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. प्रतिष्ठित होने वालों का नाम सामने आते ही उनके व्यक्तित्व और योगदान की चर्चा लगी है। इस बार देश के तीसरे सर्वोच्च पुरस्कार पद्म भूषण के लिए देश के प्रतिष्ठित पत्रकार राम बहादुर राय को चुना गया है। मिर्ज़ा के सोनारडी गांव में साउदी राम बहादुर राय का सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। छात्र राजनीति से लेकर जापान के गणतंत्र आंदोलन, बांग्लादेश लिबरेटरी कॉम्बैट और मठ तक उन्होंने हर कदम पर अपने विचारों और सिद्धांतों के लिए संघर्ष किया।
बी एच यू में हिंदू शब्द असहमत का आंदोलन
1965 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से ‘हिंदू’ शब्द हटाने की कोशिश हुई। राम बहादुर राय ने आंदोलन की अवाज में अपना विरोध जताया. 44 छात्र नेताओं ने माफ़ी को अस्वीकार कर दिया, राय उन दो छात्रों में से एक को माफ़ कर दिया गया। यह घटना उनके अलगाव और दृढ़ विश्वास को दर्शाती है।
जापान आंदोलन
1974 के जरनाप आन्दोलन में उनकी भूमिका स्थिर रही। वे संचालन समिति के सदस्य रहे. राम बहादुर राय ने बांग्लादेश लिबरेशन बैटल में भी सक्रिय भूमिका निभाई। 1979 में उन्होंने मठ की राह पकड़ी और दिल्ली में ‘जनसत्ता’ के साथ उन्होंने अपनी परंपरा की शुरुआत की। उनकी पुरानी पुस्तक ‘जनसत्ता’ का संपादक 1991 में बनाई गई थी। प्रभाष जोशी और रॉबर्ट मथुरा जैसे दिग्गज संपादक अपनी पुस्तक की गहराई और सच्चाई की ताकत नहीं थकाते थे।
लेखन पद्म और रत्न
राम बहादुर राय ने न सिर्फ पत्रकारिता में, बल्कि लेखन में भी अपनी पहचान बनाई। उनकी किताबें पुस्तकें हैं, ‘रहबरी के सवाल’, ‘मंज़िल से बड़ी यात्रा’, और ‘शाश्वत विद्रोही’। ये उनके विचारों और संघर्षों का दस्तावेज़ हैं। 2015 में उन्हें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। शनिवार को उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित करना बंद कर दिया गया।
ग़ाज़ीपुर,उतार प्रदेश।
26 जनवरी, 2025, 22:34 IST
जानें पद्म पद्म प्राप्त करने वाले इस नामांकन पत्रकार का ‘हिन्दू’ शब्द का अपमान का आंदोलन