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दिल्ली: महाकुंभ जाने के लिए चोरी करने वाला अरविंद गिरफ्तार

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क्राइम न्यूज़: एक युवा के दोस्त के साथ महाकुंभ जाने का प्लान सहयोगी पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया। इस युवक की कारगुजारियों के द्वारका जिला पुलिस की टीम लगातार कई दिनों तक परेशान रही। ये पूरा है माँ…और पढ़ें

महाकुंभ का बनाया ऐसा प्लान, चकराघी साइनजी बनी पुलिस, अब संगम नहीं जेल में बरामदे का सामान

महाकुंभ अपराध समाचार: दोस्तों के साथ महाकुंभ जाने का ऐसा प्लान तैयार किया गया कि पुलिस के लिए नई आफत खड़ी हो गई। आलम यह था कि पांच दिन तक द्वारका जिला पुलिस के आंकड़े न केवल सक्रिय हो गए थे, बल्कि सचिवालय में साक्षियों के सहयोग से बराक ओबामा की कार्रवाई शुरू हो गई थी। रोहिणी जिला पुलिस की यह जद्दोजहद लगातार पांच दिन तक जारी रही।

इसके बाद, जैसे ही इस युवा को पकड़ने के लिए चुनौती दी गई, यह युवा चकमा लेकर भाग लेने में सफल हो गया। जद्दोजहद के 5 दिन बाद इस मामले में डाबरी इलाके में इस युवक को बंधक बना लिया गया। तब पर्यटक पुलिस ने राहत की सांस ली। पूछताछ में इस युवक का इमानदारीनामा सुनने के बाद पुलिस भी भड़क गई। यहां आपको बता दें कि डाबरी इलाके से गिरफ्तार किए गए इस युवक की पहचान 26 साल के अरविंद भोला के रूप में है।

ये है पूरा मामला
रिश्ता, यह मामला 17 जनवरी 2025 का है। डाबरी के राजापुरी इलाके से पुलिस को तीन घरों से सेंधमारी की शिकायत मिली। परमाणु हथियार पुलिस ने पाया कि सेंधमारी एक ही इलाके के तीन घरों में स्थित है। बातचीत में पता चला कि सेंधमार आपके साथ सोने के आभूषणों के साथ पांच मोबाइल फोन भी चोरी कर ले गया है। मौकै का मुयायना करने के बाद पुलिस ने इलाके में लगे सुपरमार्केट की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी.

सुपरमार्केट ने सुपरमार्केट का राज खोला
पुलिस के हाथ कई चोरों की निशानदेही हुई, जिसमें सेंधमारी की दुकान को अंजाम देने वाला साशा नजर आया। 26 वर्षीय अरविंद नीओनी भोला के रूप में हुई पहचान। अब बुज़ुर्ग अरविंद के आश्रम की शुरुआत हुई। पुलिस ने सभी ठिकानों में स्टॉक की तलाश की, लेकिन वह स्टॉक में भागने में सफल रही। यह स्टूडियो पांच दिन तक रहा।

विक्ट्री एंजल आश्रम से दादा दादी का दादा हुआ
इसी बीच हेड कॉन्टिनेंटल कृष्‍णा को खबर मिली कि मां भोला विजय एनडीएम क्‍लालेव इलाके में आने वाला है। सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर आम भोला को धरदबोचा। इस दौरान, घर के कबाड़ से पांच मोबाइल फोन और 60 ग्राम सोने से बने आभूषण बरामद किए गए। पूछताछ में वृद्ध ने बताया कि वह महाकुंभ में दोस्तो के साथ जाना चाहता था, लेकिन उसके रुपये नहीं थे। स्वामी की आवश्यकता पूरी करने के लिए उसने इस विश्वविद्यालय को कार्यान्वित किया था।

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