
यूपीएससी 2023 थर्ड रैंक धारक डोनुरु अनन्या रेड्डी सफलता की कहानी पहले प्रयास में एक आईएएस बनने की कहानी है
पहले ही अटेम्प्ट में UPSC की परीक्षा पास करना इतना आसान टास्क नहीं है. इसके लिए बहुत ही डेडिकेशन और मेहनत की जरूरत होती है. हम आपके लिए एक खास सीरीज ‘सक्सेस मंत्रा’ लेकर आए हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं तेलंगाना की महबूबनगर जिले की रहने वाली अनन्या रेड्डी की, जिन्होंने UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा 2023 में ऑल इंडिया लेवल पर तीसरी रैंक हासिल की थी. अनन्या ने यह सफलता अपने पहले प्रयास में ही प्राप्त की है. उन्होंने इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करने के लिए दो साल तक कड़ी मेहनत की.
अपनी सफलता की यात्रा साझा करते हुए अनन्या ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने एंथ्रोपोलॉजी के लिए ही कोचिंग ली थी और हर दिन 12 से 14 घंटे पढ़ाई की थी. पढ़ाई के साथ-साथ वह क्रिकेट भी देखती थीं और किताबें, जैसे कि उपन्यास पढ़ती थीं, ताकि तनावमुक्त रह सकें. अनन्या ने यह भी कहा कि विराट कोहली उनकी प्रेरणा हैं, जिन्होंने मुश्किल समय में भी सफलता पाई. उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनका सपना था कि वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करें और समाज की सेवा करें.
परिवार और दोस्तों का रहा सपोर्ट
अनन्या ने कहा कि सिविल सर्विसेज में तीसरी रैंक हासिल करना उनके लिए एक सपना सच होने जैसा है. उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिवार और दोस्तों को दिया, जिनका सपोर्ट हमेशा उनके साथ रहा. अनन्या ने कहा कि ‘मैं इसे एक जिम्मेदारी के रूप में देखती हूं और आगे बढ़ते हुए, जिस क्षेत्र में मुझे काम सौंपा जाएगा, वहां प्रशासन को लोगों के करीब लाने के लिए काम करूंगी.’
पढ़ाई के समय का महत्व
अनन्या ने कहा कि शुरुआत में उनकी पढ़ाई के घंटे निश्चित नहीं थे, लेकिन जैसे-जैसे परीक्षा पास आ रही थी, उन्होंने प्रतिदिन करीब 12 घंटे पढ़ाई की. उन्होंने यह भी बताया कि स्मार्ट वर्क की भूमिका इस परीक्षा में बहुत अहम होती है. उम्मीदवारों को यह समझना जरूरी है कि यूपीएससी किस तरह के प्रश्न पूछेगा और उनसे क्या उम्मीदें हैं, ताकि सही दिशा में तैयारी की जा सके.
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