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Kids Health Tips in Hindi: बदलता मौसम बना बच्चों के लिए आफत, लगातार बढ़ रहे हैं इस रोग के मामले, बचने के लिए करें ये उपाय

एजेंसी:News18 Uttar Pradesh

आखरी अपडेट:

Kids Health Tips in Hindi: बदलते मौसम में बच्चे बीमार हो रहे हैं. लगातार कई बीमारियों के केस सामने आ रहे हैं. इससे बचने के लिए डॉक्टर ने टिप्स बताए.

एक्स

भिन्न

बदलते मौसम में बच्चों का ध्यान कैसे रखें

हाइलाइट्स

  • बदलते मौसम में बच्चों में निमोनिया और डायरिया के मामले बढ़े.
  • बच्चों को हाइजीन का ध्यान रखें और ठंड से बचाव करें.
  • ताजे और पौष्टिक भोजन दें, आइसक्रीम और शीतल पेय से बचें.

हिंदी में किड्स हेल्थ टिप्स: मौसम के उतार चढ़ाव और शादी-विवाह के सीजन में खानपान में लापरवाही के कारण बच्चों में निमोनिया और कोल्ड डायरिया के मामले बढ़ने लगे हैं. जिला अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ के ओपीडी में इन दिनों ज्यादातर बच्चे इसी तरह की बीमारियों से पीड़ित पहुंच रहे हैं. जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सरफराज खान लोकल 18 से बातचीत में बताते हैं कि रोजाना 100 से 125 ओपीडी देखें जा रहे है, जिसमें 15 से 20 बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है.

इस समय मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंडक और दिन में गर्मी से बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. इसके कारण बच्चे जल्दी ही बुखार, सर्दी-खांसी, सांस की तकलीफ, उल्टी-दस्त जैसी समस्याओं से पीड़ित हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि इन दिनों सबसे ज्यादा निमोनिया और कोल्ड डायरिया के लक्षणों वाले बच्चे अस्पताल में आ रहे हैं.

बच्चों में बढ़ते निमोनिया के लक्षण
बाल रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि इस समय अधिकांश सर्दी-खांसी, निमोनिया और डायरिया से पीड़ित बच्चे अस्पताल आ रहे हैं. इन बच्चों में निमोनिया के लक्षण जैसे खांसी, बुखार, दूध कम पीना, भोजन में कमी, थकान और नींद न आना प्रमुख रूप से देखे जा रहे हैं. वहीं डायरिया के मामलों में शुरुआत में उल्टी होती है, जो बाद में दस्त में बदल जाती है. जिला अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 बच्चों में निमोनिया के लक्षण मिल रहे हैं, जिनमें से 8 से 10 बच्चों को भर्ती भी किया जा रहा है.

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निमोनिया और डायरिया से बचाव के उपाय
1. डॉ सरफराज खान बताते है कि बच्चों में इस स्थिति से निपटने के लिए हाइजीन का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है. बच्चे हाथों एवं जिन भी चीजों को मुंह में ले जाते है उन्हें साफ सुथरे रखें.
2. बच्चों को अधिक मात्रा में पानी पिलाना और ठंड से बचाव करना भी आवश्यक है. बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें. सर्दी-खांसी और बुखार के दौरान बच्चों को मास्क पहने.
3. आइसक्रीम और शीतल पेय पदार्थों से बचें. बच्चों को ताजे और पौष्टिक भोजन दें. जैसे सूप, खिचड़ी, ताजे फल और जूस. बच्चों के डॉक्टर से नियमित जांच कराएं और यदि लक्षण गंभीर लगें तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाएं.

घरजीवन शैली

बदलता मौसम बना बच्चों के लिए आफत, लगातार बढ़ रहे हैं इस रोग के मामले

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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