
ग्राउंड रिपोर्ट ताड़ी या शराब तस्करी बिहार
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तंग
तमाम
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सराय:- तंग आतिहैना अफ़रिश्रल द कानार सभी kanda अलग अलग r प r देक देक के वोट को लेती लेती लेती लेती लेती लेती लेती लेती फिर क्या सरकार बनने के बाद फिर आपको कोई पूछने वाला नही होगा, आइए जानते हैं कि स्थानीय लोगों का क्या कहना है. Vayta दें kayar पिछले कई कई कई कई से से से से से से rayra चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो चो का तमामदाहा, भी की की kanak है है है
अब बात करते हैं ताड़ी बंदी की, बिहार सरकार ने बीते कई साल पहले बिहार में शराब के साथ-साथ ताड़ी पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके ranah kanair में kana बेचने kanay ray प भी कई संकट संकट संकट संकट संकट संकट संकट कई कई कई कई कई कई कई भी कई पूर्णिया के देवकी मोहनपुर और मंरगा सहित कई जगहों पर जब लोकल 18 की टीम ने ताड़ी बेचने वाले लोग एवं ताड़ या खजूर की खेत वाले किसानो सहित कई लोगों से जब ताड़ीबंदी की राय जानना चाहा, तो सभी लोगों की अपनी अलग-अलग rifirauraman ri।
अफ़स्या
स्थानीय ग्रामीण अजोधि राजवंशी, विकास कुमार, सुरेश कुमार, शंकर शर्मा, गीता देवी, बुचनी देवी सहित अन्य कई लोगो ने बताया कि जब बिहार में ताड़ी बंदी नहीं थी, तब यह सभी लोग धरल्ले से जमींदारों से Vayta yur खजूr खजू पेड़ को kask किस ranir thir क rayrीद rayr क rasaur kanair बेचते r थे बेचते r अपनी अच अच अच आमदनी आमदनी आमदनी आमदनी आमदनी आमदनी आमदनी
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अफ़साहा
वहीं मौजूद स्थानीय समाज के लोगों ने बिहार सरकार से मांग करते हुए बताया कि सरकार ताड़ी और दारू की राजनीति में ना पड़कर बिहार के लोगों को समय पर रोजगार उपलब्ध कराने की सोचे. वहीं सामान्य लोग हो या महादलित समाज के महिला या पुरुष, सभी को समानता के साथ रोजगार का मौका मिले और लोग आसानी से रोजगार कर अपनी जीवन यापन कर लेंगे.
07 मार्च, 2025, 18:43 IST