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भारत सबसे पुराना केंद्रीय विश्वविद्यालय DR HARISISSH GOOR विश्वविद्यालय प्रवेश प्रक्रिया की जाँच करें

डॉ। सिंह गौर विश्वविद्यालय दिवस: डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, जिसे पहले सागर विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था उसकी स्थापना 18 जुलाई, 1946 को हुई थी. यह मध्य प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है और सागर शहर में स्थित है. इस विश्वविद्यालय का नाम महान कानूनविद, शिक्षाविद और स्वतंत्रता सेनानी डॉ. हरिसिंह गौर के नाम पर रखा गया है. 2009 में इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया.

विश्वविद्यालय 369 एकड़ के विशाल परिसर में फैला हुआ है, जो हरियाली और आधुनिक सुविधाओं से भरपूर है. यहां अत्याधुनिक लैब्स, स्मार्ट क्लासरूम और एक बड़ा लाइब्रेरी है जो छात्रों के लिए ज्ञान का भंडार है.

जानिए यूनिवर्सिटी की प्रवेश प्रक्रिया

डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में प्रवेश सीयूईटी (CUET) के माध्यम से अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए में प्रवेश दिया जाता है.

यूनिवर्सिटी में मौजूदा कोर्सेज

विश्वविद्यालय में 12 स्कूल हैं जो विभिन्न विषयों में 85 से अधिक कोर्सेज ऑफर करते हैं जिनमें अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में बी.ए. (ऑनर्स), बी.एससी. (ऑनर्स), बी.कॉम. (ऑनर्स), बी.टेक, बी.फार्मा, बी.एड और पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज में एम.ए., एम.एससी., एम.कॉम, एम.टेक, एम.फार्मा, एम.एड, एम.बी.ए.,एल.एल.एम. जबकि रिसर्च प्रोग्राम्स में पीएच.डी. विभिन्न विषयों में ऑफर करते हैं.

कोर्सेज की फीस

विश्वविद्यालय की फीस अन्य प्राइवेट यूनिवर्सिटीज की तुलना में काफी किफायती है.

  • अंडरग्रेजुएट कोर्सेज: 8,000 रुपये से 25,000 रुपये प्रति वर्ष
  • पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज: 10,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति वर्ष
  • प्रोफेशनल कोर्सेज (बी.टेक, एम.बी.ए.): 30,000 रुपये से 60,000 रुपये प्रति वर्ष
  • पीएच.डी. प्रोग्राम्स: 15,000 रुपये से 25,000 रुपये प्रति वर्ष
  • इसके अलावा, मेधावी छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाएं भी उपलब्ध हैं.

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यूनिवर्सिटी से प्रसिद्ध पूर्व छात्र

डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के कई पूर्व छात्र आज देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं. कुछ प्रमुख नाम हैं:

1. डॉ. नरेंद्र जाधव: प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और शिक्षाविद
2. अरुण यादव: जाने-माने लेखक और साहित्यकार
3. विनोद दुआ: वरिष्ठ पत्रकार
4. डॉ. बलराम जाखड़: प्रसिद्ध वैज्ञानिक
5. शैलेंद्र सिंह: आईएएस अधिकारी
6. दिव्या प्रकाश शुक्ला: प्रसिद्ध कवि और लेखक

विश्वविद्यालय निरंतर विकास की ओर अग्रसर है. आने वाले वर्षों में कुछ नए कोर्सेज जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और रिन्यूएबल एनर्जी में स्पेशलाइज्ड प्रोग्राम्स शुरू करने की योजना है. साथ ही, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं.

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