
कभी बैसाखी तो कभी व्हील चेयर… राहुल द्रविड़ के पैरों को क्या हुआ, कौन सी बीमारी से जूझ रहे?
आखरी अपडेट:
Rahul Dravid को आईपीएल 2025 से पहले राजस्थान रॉयल्स का हेड कोच बनाया गया है. टेंडन फटने के बावजूद वे व्हीलचेयर से टीम की ट्रेनिंग में सक्रिय हैं. उनकी समर्पण भावना की तारीफ हो रही है.

राहुल द्रविड़ अपना पैर इंजर्ड करवा बैठे हैं.
हाइलाइट्स
- दिग्गज राहुल द्रविड़ के पैर में क्या हुआ?
- बैसाखी और व्हील चेयर के सहारे चल रहे
- राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच हैं राहुल द्रविड़
नई दिल्ली: राहुल द्रविड़ को देखकर कोई उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकता. कोई नहीं कह सकता कि वह 52 साल के हैं. छरहरे बदन के द्रविड़ अपने शुरुआती दिनों से ही फिट हैं. शरीर में मोटापे का नामों-निशान नहीं. मगर बीते कुछ हफ्तों में उनकी कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं, जिन्हें देखकर दिल बैठ सा जाएगा. भारत को विश्व चैंपियन बनाने के बाद आईपीएल 2025 से पहले राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच बनाए गए राहुल द्रविड़ अपने पैरों पर खड़े तक नहीं हो पा रहे हैं.
आखिर राहुल द्रविड़ को क्या हुआ?
बीते दिनों वह बैसाखी से लंगड़ाते हुए चलते नजर आए थे तो अब अपाहिजों वाली व्हिल चेयर पर नजर आए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उन्हें हुआ क्या? अचानक वह व्हिल चेयर पर क्यों आ गए. आखिर क्यों उन्हें चलने के लिए बैसाखी का सहारा लेना पड़ रहा है. अगर आपके दिमाग में भी यही सब चल रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि मामला इतना गंभीर नहीं है, जितना नजर आ रहा. दरअसल, द्रविड़ के बाएं पैर में टेंडन (मांसपेशी को हड्डी से जोड़ने वाली नस) फट गया है.
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कब लगी ये चोट?
मिस्टर भरोसेमंद के नाम से मशहूर द्रविड़ को ये चोट तब लगी जब वह विजया क्रिकेट क्लब के लिए कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) लीग मैच खेल रहे थे. इस मैच में उनका बेटा अन्वय भी उनके साथ खेल रहा था. चोट के बावजूद द्रविड़ ने अविश्वसनीय प्रतिबद्धता दिखाई है. वह राजस्थान रॉयल्स के प्रशिक्षण सत्रों में सक्रिय रूप से शामिल हैं, विशेष रूप से डिजाइन किए गए इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर से खिलाड़ियों पर नजर बनाए हुए हैं. मैदान पर घूमते हुए खिलाड़ियों के साथ बातचीत करते हुए उनके वीडियो वायरल हुए हैं, जिससे उनकी समर्पण भावना की तारीफ भी हो रही है.
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पहले कप्तान और अब कोच
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ की माने तो राहुल द्रविड़ अपनी इंजरी के बावजूद खिलाड़ियों को पूरा समय दे रहे हैं. द्रविड़ 2011 से 2013 तक राजस्थान रॉयल्स में बतौर खिलाड़ी खेल चुके हैं. 2013 में उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को प्लेऑफ तक भी पहुंचाया था. अब वह बतौर हेड कोच टीम के साथ दोबारा जुड़े हैं. राजस्थान का पहला मैच 23 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ है. टीम की कप्तानी संजू सैमसन के मजबूत कंधों पर है.