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IPL 2025: क्या ऋषभ पंत को है भूलने की बीमारी ?

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एक कप्तान का हर वक्त चौकन्ना रहना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी युद्ध में सेनापति का चौकस रहना. लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत इस मामले में एकदम उलट है. ताजा मामला वाइजैग में देखने को मिला जब ऋषभ अपने सबस…और पढ़ें

IPL 2025: क्या ऋषभ पंत को है भूलने की बीमारी ?

ऋषभ पंत फंसे मैच में अपने सबसे सफल गेंदबाज को भूल गए

हाइलाइट्स

  • ऋषभ पंत की कप्तानी पर सवाल उठे.
  • पंत ने शार्दुल ठाकुर के ओवर भूलकर टीम को नुकसान पहुंचाया.
  • पंत ने हार के बाद अपनी गलती नहीं मानी.

नई दिल्ली. क्रिकेट उन गिने चुने खेलों में से एक है जिसमें कप्तान का रोल बहुत बड़ा होता है, मैदान के बाहर रणनीति बनाने से मैदान के अंदर उस प्लान को अमली जामा पहनाने का काम सब कप्तान को करना पड़ता है. एक कप्तान के दिमाग को कैल्कुलेटर की तरह काम करना चाहिए नहीं तो जोड़ घटाने में जरा सी भी गलती हो जाए तो सारी कहानी पलट जाती है.

वाइजैग के मैदान पर जोड़ घटाने में ऐसी गलती लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने की जिसका दर्द पूरे आईपीएल सीजन 18 में उनके साथ रहेगा. कप्तान का संजीदा रहना और अपने उपलब्ध रिसॉर्सेस की अंकगणित को दिमाग में बिठाकर रखना ही उनको एक बेहतर लीडर बनाता है जिसकी साफ कमी नजर आई पंत की कप्तानी में .

क्या भूलने की बिमारी का शिकार है पंत ?

ऋषभ पंत की सबसे ज्यादा छीछालेदर उस गेंदबाज को भूलने को लेकर हो रही है जिसने अपने पहले दो ओवर में दो टॉप आर्डर के बल्लेबाजों को आउट किया फिर भी उनके अंतिम दो ओवर कप्तान ने बेकार कर दिए. शार्दुल ठाकुर ने अपने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर जैक फ्रेजर जैसे खतरनाक बल्लेबाज को पवेलिएन भेज दिया और पांचवी गेंद पर अभिषेक पोरेल को आउट करके दिल्ली की शुरुआत बिगाड़ दी. ठाकुर ने अपने पहले 2 ओवर में सिर्फ 19 रन दिए थे. इसके बाद अगले सोलह ओवर शार्दुल सिर्फ कप्तान को हाथ हिला कर याद दिलाने की कोशिश करते रहे पर पंत को मानो याद भी नहीं कि उनके कोटे के दो ओवर बचे हुए है. टीम में सबसे अनुभवी गेंदबाज के कोटे का दो ओवर रह जाए और अंतिम ओवर पार्ट टाइम स्पिनर शाहबाज से कराएगें तो कोई भी कहेगा कि ये कप्तान कहीं गजनी तो नहीं.

हार के बाद पंत पर साइड इफेक्ट

हार के बाद कप्तान अपने को बचाए इसमें कोई बुराई नहीं है पर वो अपनी गलती का जिक्र भी ना करे तो फिर यहीं लगेगा कि उनको अपनी गलती पर कोई पश्तावा नहीं है. पंत ने मैच के बाद कहा- मुझे लगता है कि बोर्ड पर रन पर्याप्त थे. बल्लेबाजों ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की. हमने बीच में लय खो दी होगी लेकिन मुझे लगता है कि इस विकेट पर यह बहुत अच्छा स्कोर था निश्चित रूप से एक टीम के रूप में हम हर मैच से सकारात्मक चीजें लेने और सीखने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे लगता है कि हम जितनी अधिक बुनियादी चीजें सही करेंगे, उतने ही बेहतर होंगे. हमें बुनियादी बातों को अधिक बार सही करने की जरूरत है पंत ने आगे कहा कि गेंद जितनी पुरानी होती गई गेंदबाजों को मदद मिलती गई लेकिन हम बुनियादी चीजें और बेहतर कर सकते.  हर बात पर कर सकते थे बोलने की जगह किया होता तो शायद टीम और खुद कप्तान पंत की इतनी फजीहत ना होती.

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