कर्नाटक हार के बाद भी हिंदुत्व पर कायम रहेगी भाजपा, 2024 के लिए योजना तैयार – India Hindi News
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में चर्चा जारी है। खबर है कि पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में आदिवासियों को और विधानसभा से बढ़ाएगी। साथ ही पार्टी प्रदेश इकाई में वैज्ञानिकों की भी तैयारी कर रही है। 13 शनिवार मई को घोषित किये गये लक्ष्यों में भाजपा 104 से 66 की शुरूआत की गई थी। वहीं, कांग्रेस 135वीं वर्षगांठ सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पॉलिटिकल प्रोविजनल का मानना है कि वामपंथी अलगाववादियों पर असर डालने वाली पार्टी भाजपा में शामिल हो रही है। एक ओर जहां पार्टी सभी बड़े नेटवर्क को अपने साथ लाने की कोशिश में ही है। वहीं, बड़े स्तर पर राज्य में भी बदलाव का विचार कर रही है। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रवि, केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और पूर्व मंत्री वी. सुशील कुमार से उम्मीद लगाई जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘जब तक हमारे बीच से एक बड़ा जन नेता नहीं बल्कि 5 से 10 साल का समय लग सकता है। तब तक छोड़े गए हैं कि पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी के अंतिम चरण में काम कर रहे हैं।’ सुनील कुमार ऐसा भी लगता है कि हमें जाति आधारित रणनीति को बरकरार रखना होगा और हमारी समानता पर आधारित रहना होगा।
कहा जा रहा था कि कर्नाटक में बीजेपी का स्कोर काम नहीं कर सका। वहीं, एक और दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में भी आतंकवाद के मुद्दे पर बीजेपी नेता नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में पीएफआई और बजरंग दल पर प्रतिबंध का वादा किया गया था, जिसे बीजेपी ने बड़ी संख्या में सीटें बेचीं।
सिद्धारमैया होंगी सीएम!
इधर, करीब 4 दिन बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद सामने आ रहा है। गुरुवार शाम को पार्टी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा की जा सकती है। शनिवार, 20 मई को राजधानी कॉलेज में शपथ ग्रहण हो सकता है।