4 लोगों को प्यार से अस्पताल ले गई आशा वर्कर, कर दिया कांड, सच पता चला तो खिसक गई मंजिल तलहटी
महाराजगंज. महराजगंज में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी प्रतिस्पर्धा सामने आई है। आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मचारियों के मनोरंजन से एक ही गांव के चार लोगों की पेंशन का लालची अवशेष का घोटाला मामला प्रकाश में आया है। ऑर्थोडॉक्स और उनके एनालॉग्स ने स्वास्थ्य विभाग पर धोखा देने का आरोप लगाया है। अब प्रशासन मामले की पूरी जांच पड़ताल में खुलासा हुआ है। मामला नौतनवा तहसील के गांव का है।
महराजगंज जिले के रतनपुर विकास खंड गांव के चार लोगों ने आरोप लगाया है कि उनके गांव के आशाकर्ता पेंशन के नाम पर उन्हें लालच देकर अस्पताल ले जाया गया और वहां अपनी जगह बना ली। जाते-जाते 500 रुपये. उनके गुप्तांग के नीचे कट होने के निशान के बाद पीड़ित और उनके निजी स्वास्थ्य विभाग नाराज हो गए। मामले में पता चला कि उनका भी रिवाज हो चुका है और अभी शादी भी नहीं हुई है।
पीड़ित राम बरन ने बताया, ‘मुझे आशा वर्कर ने चुपके से अस्पताल ले जाया और हॉस्टल करा दिया। मुझे अंतिम संस्कार के बारे में बिल्कुल भी नहीं बताया गया है। धोखाबाजी से काम हुआ. हम आशा कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।’
एक अन्य पीड़ित रामभवन ने बताया, ‘आशा कार्यकर्ता मुझे ब्लॉक में लेकर आई हैं।’ वहां पर खून की जांच की गई। रिपोर्ट ब्रेकिंग फिर बनकटी ले गए. ‘वहाँ पर हॉस्पिटल में ‘आस्था करवा दी।’
पीड़ितो और महिलाओं के आरोपों के बाद साइंटिस्ट ने सवाल उठाया कि यह लाज़मी है। इस मामले में अब स्वास्थ्य विभाग जांच कर कार्रवाई की बात कर रही है। थ्री डे के इनसाइड रिपोर्ट में कहा गया है। दिलीप सिंह ने कहा, ‘जांच में जो तथ्य सामने आएगा, उसका आधार निर्णय लिया जाएगा।’ तभी तय हो गया कि कौन सी विचारधारा है। प्रथम दृष्टया तो कुछ गलत नहीं लग रहा है लेकिन हो सकता है कि ये लोग धोखा खा जाएं। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
आपको समझाते हैं कि निवास के कुछ नियम और कानून हैं। वैधानिक प्रशासन की नियुक्ति को मान्यता दी जाती है, इसके लिए निवास करने वाले को करीब 3 हजार रुपये और उस गांव की आशा कार्यकर्ता को भी प्रोत्साहन दिया जाता है। इसके अलावा ये सभी प्रोत्साहन राशि सीधे बैंक के माध्यम से दी जाती है।
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पहले प्रकाशित : 22 जुलाई, 2024, 22:30 IST