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₹68177 पर आ गया 10 ग्राम सोने काभाव, चांदी ₹3061 लुढ़की, बिज़नेस न्यूज़

आज सोने चांदी की कीमत: बजट के दिन से ही सोने-चांदी के भाव में गिरावट जारी है। आज चांदी 3061 रुपये प्रति किलो सस्ती होकर 81801 रुपये पर खुली। जबकि, सोना 974 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटकर 68177 रुपये पर खुला। बजट के दिन मंगलवार को एक झटके में ही सोना 3616 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया था। जबकि, चांदी 3277 रुपये प्रति किलो के दर से टूट गई। तीन दिन में सोना करीब 5000 रुपये सस्ता हुआ है तो चांदी 6000 रुपये से अधिक टूट चुकी है।

दूसरी ओर आज सुबह एमसीएक्स पर सोने का भाव 1,159 रुपये या 1.68% की गिरावट के साथ 67,793 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। एमसीएक्स पर चांदी की कीमत 3,343 रुपये यानी 3.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,551 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में स्पॉट गोल्ड 0.9% गिरकर 2,377.29 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 1.6% गिरकर 2,376.70 डॉलर पर आ गया।

39884 रुपये में भी मिल रहा 10 ग्राम सोना

आईबीजेए के मुताबिक आज 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 69151 रुपये प्रति 10 ग्राम से घटकर 68177 रुपये पर आ गई है। वहीं, 23 कैरेट गोल्ड का भाव भी 67904 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। 22 कैरेट गोल्ड की कीमत भी अब 62450 और 18 कैरेट गोल्ड 51133 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। 14 कैरेट गोल्ड का भाव भी 39884 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। चांदी में आज बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

सस्ते सोने-चांदी के लिए ग्राहकों में मची होड़

जॉय अलुक्कास के सीईओ बेबी जॉर्ज ने ईटी से कहा, “हमारे स्टोर पर ग्राहकों की संख्या बढ़ी है और हमें मांग में 15 से 20% की वृद्धि की उम्मीद है। मांग भारी और हल्के दोनों तरह के आभूषणों की है। यह तिमाही सभी ज्वैलर्स के लिए अच्छी रहेगी।” कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरामन ने कहा कि बुधवार सुबह से ही ग्राहकों की ओर से सोने की ताजा कीमतों और मौसमी ऑफर के बारे में पूछताछ की बाढ़ आ गई है।

सस्ता हुआ सोना तो रक्षाबंधन, दिवाली और शादियों के लिए अभी से होने लगी बुकिंग

क्यों गिरे सोने-चांदी के भाव

दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को 10% से घटाकर 6% करने की घोषणा की। इसका असर सर्राफा मार्केट पर भी पड़ा। व्यापार घाटा बढ़ने के बाद जुलाई 2022 में केंद्र ने सोने पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया था। चूंकि भारत घरेलू मांग को पूरा करने के लिए सोने के आयात पर निर्भर करता है, इसलिए सोने की खपत में कोई भी वृद्धि व्यापार घाटे को प्रभावित करती है। अगर निर्यात में वृद्धि नहीं होती तो ऐसी स्थिति में सरकार को एक बार फिर सोने पर सीमा शुल्क बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। भारत सालाना 800-850 टन सोना आयात करता है।

डिस्क्लेमर: सोने-चांदी के ये रेट आईबीजेए द्वारा जारी किए गए हैं। इस पर जीएसटी और ज्वेलरी मेकिंग चार्ज नहीं लगे हैं। हो सकता है आपके शहर में सोने-चांदी के भाव में 1000 से 2000 का अंतर आ रहा हो।

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