मध्यप्रदेश

मुंबई के बाद एमपी में इंजीनियरिंग का कारनामा! सड़क के डिजाइन में अब 5 फुट की खुदाई की गई है

भोपाल. कुछ दिन पहले मुंबई के एक ब्रिज को लेकर इंजीनियरिंग के उत्खनन की काफी चर्चा हुई थी। यहां गड़बड़ी के कारण बीएमसी की खिल्ली भी उड़ी। अब भोपाल के एमपी नगर के प्रगतिशील पेट्रोल पंप के पास बने मेट्रो स्टेशन पर अवैध इंजीनियरिंग की बात सामने आई है। यहां मेट्रो स्टेशन के नीचे से गुजरी सड़क पर से ट्राले और एब्जॉर्बर जैसे बड़े आश्रम को आशियाने की जगह नहीं दी गई। जब मामला सामने आया तो मच गया हंगामा। फिर कारीगर ने दिमाग लगाया और सड़क को ही नीचे करने का रास्ता ढूंढा।

अब मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क की खुदाई शुरू हो गई है। यहां सड़क से स्टेशन की पाइपलाइन बढ़ाने के लिए यह मंदिर की जा रही है। मेट्रो स्टेशन के नीचे पांच फीट तक गहरी खाई खोदी गई है, ताकि यहां सड़क दो फीट नीचे बनाई जा सके। इस मामले में मेट के एसडीओ रवि शुक्ला का कहना है कि मेट्रो रोड को नीचे करने का काम किया जा रहा है, जिस तरह से यहां डिजाइन बनाया गया है, वह बारिश के पानी का निकास पास में स्थित नाले में रहेगा। इससे छूट नहीं होगी.

सड़क से मेट्रो स्टेशन की मंजिल कम
डेग, शहर के अन्य मेट्रो स्टेशनों की सड़क से वॉलपेप 5.5 मीटर ही है, लेकिन जिम्मेदारों की मंदी के कारण पेट्रोल पंप के पास स्थित मेट्रो स्टेशन की सड़क से वॉलपेप केवल 4.5 मीटर ही बताते हैं। ऐसे में यहां से बड़े ग्रुप का निकलना मुश्किल था। मेट्रो स्टेशन के जिन हिस्सों में सड़क को नीचा दिखाया जा रहा है, वह पहले से ही गहराई में है। प्रोन्नति पेट्रोल पंप और मानसरोवर कॉम्प्लेक्स दोनों ओर सड़क ढलान में है।

नहीं जमा बारिश का पानी
वहीं सड़क को नीचा दिखाने जाने से यहां दांतों के दरवाज़े भी बन सकते हैं। मेट्रो रेल और स्टेशनों के जिम्मेदारों का कहना है कि यहां सड़क के साथ ही गेराज सिस्टम भी बनाया गया है, जो मानसरोवर कॉम्प्लेक्स की ओर स्थित है। इस बारिश का पानी सड़क पर जाम नहीं होगा और नदी में उतर जाएगा।

मुंबई में ये हुआ था…
असल मुंबई का गोखले ब्रिज बनने के बाद से ही पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही थी। अंधेरी ईस्ट-वेस्ट, रेस्टोरेंट, जुहू, वर्सोवा से जोगेश्वरी और बोरीवली ब्रिज के खुलने के बाद लंबे समय तक इंतजार किया गया था। ब्रिज को पहले दूसरे ब्रिज से जोड़ा गया था, लेकिन दोनों ब्रिज में करीब चौड़ाई से दो मीटर की दूरी आ गई थी। इंजीनियरिंग मिस-एलाइनमेंट की भूल के बाद लोगों ने बीएमसी की खूब खिल्ली उड़ाई थी।

टैग: भोपाल समाचार, लोकल18, मेट्रो परियोजना

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