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जिस दवा को दर्द मिटाने के लिए खाते हैं, वही कर देती और बीमार, रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा, जानिए कौन सी मेडिसीन है ये

दर्दनिवारक दवाएं अधिक बीमार बनाती हैं: जब भी सिरदर्द या बदन दर्द होता है डॉक्टर आमतौर पर पेनकिलर दवइयां लिख देते हैं. अक्सर लोग इसे खुद ही दवा दुकान से खरीद लेते हैं और खा लेते हैं. लेकिन नई रिसर्च में यह दावा किया गया गया है कि आइव्यूप्रोफेन या नेप्रोक्सेन जैसी पेनकिलर दवाइयां वास्तव में और बीमार बना देती है. पेनिलर दवाइयां नॉन-स्टेरॉयड एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग्स की श्रेणी में आती है. पूरी दुनिया में धड़ल्ले से इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन रिसर्च के मुताबिक ये दवाइयां कुछ लोगों में इंटरनल ब्लीडिंग, अंदरुनी अंगों को डैमेज और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है. साथ ही बुजुर्ग लोगों में पेप्टिक अल्सर, हार्ट फेल्योर और किडनी डैमेज की आशंका को तेज कर सकती है.

लंबे समय तक दर्द

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक यह रिसर्च मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है. रिसर्च में कहा गया है कि एक तो इन दवाओं पर लाखों रुपये लोग खर्च करते हैं, दूसरा इससे कई तरह की परेशानियां भी बढ़ जाती है. पिछले 10 सालों के दौरान इस दवा का इस्तेमाल और तेजी से होने लगा है. यह अध्ययन बीएमजे जर्नल में प्रकाशित हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक जोखि वाले इलाकों में एनएसएआईडी के इस्तेमाल को सीमित करने के बावजूद इन दवाओं का इस्तेमाल आज भी धड़ल्ले से हो रहा है. अध्ययन में कहा गया है कि डॉक्टरों को एनएसएआईडी दवाओं को लिखने से बचना चाहिए. एनएसएआईडी यानी नॉन स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लामेटरी ड्रग्स में आइव्यूप्रोवेन और नेप्रोक्सेन दवाइयां आती है. ये दवाइयां सिर दर्द, बदन दर्द, ऐंठन, पीरियड पेन और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों में दी जाती है जो दर्द को लंबे समय तक जारी रहने का कारण बन सकती है.

कई तरह के साइड इफेक्ट्स
ये दवाइयां टैबलेट, कैप्सूल, क्रीम, जेल इंजेक्शन सभी रूपों में मिलती है. लाखों लोगों का इस दवा का नाम याद है और अपनी मर्जी से हल्का सा दर्द होने पर भी खा लेते हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि कई लोगों को यह भी पता है कि कुछ लोगों को इस दवा का खतरनाक साइड इफेक्ट है, इसके बावजूद वे इसका सेवन करते हैं. शोधकर्ताओं ने पिछले 10 सालों के डेटा का विश्लेषण किया. इसके बाद पाया कि कि इन दवाइयों के कारण खर्च और बीमारियों से हुए नुकसान में हम 6335 साल पीछे हो गए हैं. ये दवाइयां दवा दुकानदार वैसे भी दे देते हैं. पहले की रिसर्च में भी यह साबित हो चुका है कि इस दवा आलस, सिरदर्द, मतली, डायरिया जैसे साइड इफेक्ट्स हैं.

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